नीट-यूजी परीक्षा विवाद पर केंद्र पर तीखा हमला करते हुए, समाजवादी पार्टी के सांसद और प्रमुख अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि युवाओं को नौकरियों से वंचित करने के लिए सरकार द्वारा इस तरह के पेपर लीक किए जा रहे हैं। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए अखिलेश ने कहा, “पेपर लीक क्यों हो रहे हैं? सच तो यह है कि सरकार ऐसा इसलिए कर रही है ताकि उसे युवाओं को नौकरी न देनी पड़े।” उन्होंने कहा कि युवाओं को नौकरी नहीं दी गई, बल्कि सरकार ने नौकरियां छीन ली हैं। आरक्षण देने के नाम पर सरकारी नौकरियाँ नहीं दी जा रही हैं।
सपा नेता ने कहा कि हम जाति जनगणना के पक्ष में हैं। हम अग्निवीर योजना को कभी स्वीकार नहीं कर सकते। जब इंडिया गठबंधन सत्ता में आएगा तो अग्निवीर योजना खत्म कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि फसलों पर एमएसपी की कानूनी गारंटी लागू नहीं की गई है। बागवानी फसलों को भी एमएसपी दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयोध्या की जीत भारत के परिपक्व मतदाता की लोकतांत्रिक जीत है। इसके साथ ही उन्होंने दम भरते हुए कहा कि ईवीएम पर मुझे कल भी भरोसा नहीं था, आज भी नहीं है भरोसा, 80/80 सीटों में जीत जब तब भी भरोसा नहीं…ईवीएम का मुद्दा खत्म नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि हर बात को जुमला बना देने वालों से जनता का भरोसा उठ गया है, इसीलिए बहुमत की सरकार नहीं है, यह सहयोग से चलने वाली सरकार है। उन्होंने आगे कहा कि कहने को यह सरकारी कहती है कि ये फिफ्थ लार्जेस्ट इकोनॉमी बन गई है। लेकिन यह सरकार क्यों छुपाती है हमारे देश की पर कैपिटा इनकम किस स्थान पर पहुंची है? वर्ल्ड हंगर इंडेक्स पर कहां खड़े हैं, नीचे से कहां है? उन्होंने कहा कि देश के सभी समझदार और ईमानदार मतदाताओं को धन्यवाद जिन्होंने देश के लोकतंत्र को एकतंत्र बनाने से रोका। आवाम ने तोड़ दिया हुकुमत का गुरुर, दरबार तो लगा है पर बड़ा गमगीन बेनूर।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि हम अग्निवीर योजना को स्वीकार नहीं करते, जब कभी ‘इंडिया’ गठबंधन सत्ता में आएगा तो हम इस योजना को खत्म कर देंगे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में पिछले सात साल में परीक्षा माफिया का जन्म हुआ और हर परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक हुआ है। उन्होंने कहा कि देश किसी व्यक्तिगत आकांक्षा से नहीं, जन आकांक्षा से चलेगा; अब मनमर्जी नहीं, जनमर्जी चलेगी, इस चुनाव का यही पैगाम है।