संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वले पांचवे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। बता दें कि बुधवार को कुछ लोगों ने लोकसभा के भीतर स्मोक हमला किया था। इस हमले में शामिल 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि छठा आरोपी अभी भी फरार है। आरोपियों के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने यूएपीए के तहत केस दर्ज किया है।
विशाल शर्मा जोकि पांचवा आरोपी है उनसेचौथे को शरण दी थी और उसके साथ मिलकर यह षड़यंत्र रचा था। सागर शर्मा, मनोरंजन डी लोकसभा के भीतर विजिटर गैलरी से कूदे थे और पीले रंग की गैस फैलाई थी।
संसद के बाहर अमोल शिंदे और नीलम देवी को प्रदर्शन करते हुए पकड़ा गया था। जिन चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था वो सभी बेरोजगार है युवा हैं। छठा आरोपी ललित अभी भी फरार है।
संसद पर हमले की वर्षगांठ के मौके पर सुरक्षा में चूक का यह मामला सामने आया है, जिसकी वजह से सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर आ गई है। अहम बात है कि सागर और मनोरंजन के पास पर भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा का साइन है। विपक्ष ने इस मामले पर भाजपा को घेरना शुरू कर दिया है।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। छठे आरोपी की बात करें तो वह दूसरे राज्य का है,लेकिन ये सभी आरोपी एक दूसरे को जानते थे। लेकिन इन आरोपियों के परिवार वालों को इस बात का कोई अंदाजा नहीं था कि ये लोग क्या करने वाले हैं।
ये सभी बेरोजगार हैं। शुरुआती जांच में अनमोल ने बताया कि वो किसानों के प्रदर्शन से नाखुश थे, मणिपुर मुद्दा और बेरोजगारी के चलते नाराज थे। हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि ये लोग किसी संगठन के हैं या नहीं।
नीलम ने दावा किया है कि वह छात्रा है और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही है, उसने एमए, बीएड, एमएड, एमफिल किया है और नेट भी पास किया है। अमोल महाराष्ट्र के लातूर का रहने वाला है। मनोरंजन डी मैसूर से प्रताप सिम्हा के संसदीय क्षेत्र से है। ये सभी लोग एक दूसरे को पिछले चार साल से सोशल मीडिया के जरिए जानते थे।
गृह मंत्रालय ने इस पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं कि आखिर कैसे सुरक्षा में चूक हुई। इसको लेकर एक पैनल का गठन किया गया है। अनीश दयाल सिंह जोकि डीजी, सीआरपीएफ हैं उनकी अध्यक्षता में पैनल का गठन किया गया है, पैनल में सुरक्षा एजेंसियों के सदस्य और एक्सपर्ट भी शामिल हैं।