उत्तर प्रदेश के संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान बीते रविवार यानी 24 नवंबर को हिंसा हुई। इस हिंसा को लेकर सोशल मीडिया से लेकर विदेशी मीडिया में खबरें चलाई गईं। इसी बीच, पाकिस्तानी मीडिया(Dawn) की एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें संभल हिंसा के साथ-साथ भारत के पीएम नरेंद्र मोदी के एजेंडे का भी जिक्र किया गया है। मीडिया ने मोदी सरकार के तहत बढ़ती धार्मिक असहमति और अल्पसंख्यकों की स्थिति पर चिंता व्यक्त की है।
डॉन ने यह रिपोर्ट 26 नवंबर को अपने साइट पर पब्लिश की थी, जिसमें बताया गया था कि भारत में एक सर्वेक्षण के दौरान हुए हिंसक विरोध प्रदर्शनों में मरने वालों की संख्या छह हो गई है, जिसमें यह पता लगाया गया है कि क्या सदियों पुरानी मस्जिद एक हिंदू मंदिर पर बनाई गई थी।
रिपोर्ट में आगे लिखा है, “जिला मजिस्ट्रेट चिराग गोयल ने बताया कि भारत के उत्तरी राज्य उत्तर प्रदेश के संभल में रविवार को हुई हिंसा के दौरान लगभग 20 पुलिस अधिकारी भी घायल हो गए। संभल में शाही जामा मस्जिद में प्रवेश करने से सरकार के भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के सर्वेक्षणकर्ताओं की एक टीम को रोकने के लिए सड़क पर लड़ाई छिड़ गई। मारे गए छह लोगों को दंगाइयों ने घरेलू पिस्तौलों का इस्तेमाल करते हुए गोलीबारी में पकड़ लिया।”