भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह की गिरफ्तारी को अदालत द्वारा उचित ठहराने का दावा करते हुए कहा है कि अदालत ने प्रथम दृष्टया यह विचार किया है और यह माना है कि यह कहीं से भी यह नहीं दर्शाता है कि वर्तमान मामले में गिरफ्तारी अनापेक्षित या अनावश्यक है यानि कि गिरफ्तारी पूर्ण रूप से उचित है।
भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए त्रिवेदी ने कहा कि पहले उनकी सरकार के एक मंत्री सत्येंद्र जैन भ्रष्टाचार के आरोप में जेल गए, जिन्हें न्यायालय से जमानत नहीं मिली। फिर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जेल गए और अब आम आदमी पार्टी के संसदीय दल के नेता संजय सिंह भ्रष्टाचार के आरोप में रिमांड पर हैं। संजय सिंह कोई सामान्य व्यक्ति नहीं हैं, वह आप के संसदीय दल के नेता हैं। इससे यह साफ हो गया है कि आम आदमी पार्टी में भ्रष्टाचार एक आम बात होती जा चली जा रही है और उनके बारे में नित नए खुलासे होना भी अब आम बात हो गई है।
त्रिवेदी ने राजनीतिक हमला जारी रखते हुए आगे कहा कि अपने आप को कट्टर ईमानदार होने का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी का किरदार अब तार-तार होकर जनता के सामने आ रहा है।
भाजपा सरकार पर लगाए जा रहे आप नेताओं के आरोपों को निराधार और अनर्गल बताते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि बहुत साफ है पैसे का लेन-देन और चुनावों में उसका प्रयोग और इससे भी बड़ी बात यह है कि साक्ष्य यह आए हैं कि शराब पॉलिसी में बदलाव इस आधार पर किया गया है और यह बदलाव नीतिगत है। इसका मतलब यह है कि पूरी पार्टी इसमें शामिल है। यह शराब का घोटाला तो इनके लिए ऐसा बनता जा रहा है कि इन्होंने ये पॉलिसी वापस की, और वापस लेने के बाद भी उसे डिफेंड कर रहे हैं और उसके बाद से ही ये दलदल में धंसते जा रहे हैं।
उन्होंने देश की जनता से इस बात पर विचार करने को कहा कि भारतीय राजनीति में इस तरह का एक्सपेरिमेंट देश के लिए कितना घातक हो सकता है और इसलिए ऐसे प्रयोग से बचना चाहिए।
कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि लोक सभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी यह कह चुके हैं कि बंगाल में लोकतंत्र नहीं है। कांग्रेस भाजपा पर नहीं तो अपने नेता की बात पर तो भरोसा करे।
भाजपा प्रवक्ता ने एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी और शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता उद्धव ठाकरे पर भी जमकर निशाना साधा और साथ ही बिहार की महागठबंधन सरकार के नेताओं के बीच जारी बयानबाजी पर कटाक्ष भी किया।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की योजनाओं का लाभ 70 प्रतिशत मुसलमानों को मिल रहा है और उन्हें डरने की कोई जरूरत नहीं है। डर वो रहे हैं जिन्होंने मुस्लिमों के नाम पर सिर्फ राजनीति की है।