यूपी के गोंडा जिले के मनकापुर थाना क्षेत्र के अमवा जंगल के पास 15 सितंबर की देर रात गोंडा के एक गल्ला व्यापारी के चालक से स्कार्पियो सवार बदमाशों ने करीब 3,36,000 रुपए लूट की सूचना डायल 112 को मिली थी। पुलिस के अधिकारियों ने रात में ही पहुंचकर पूरी घटना की छानबीन किया। घटना की छानबीन के दौरान ही पुलिस को लूट फर्जी लगी थी। दरअसल गोंडा शहर के गल्ला व्यापारी अमरदीप अग्रवाल के चालक राजू यादव बभनान कस्बे में शेषराम साहू के यहां माल लेकर गया था। वहां से कैश लेकर गोंडा वापस आ रहा था। चालक की सूचना पर पुलिस ने लूट का मुकदमा दर्ज किया था। घटना की खुलासा के लिए पुलिस की कई टीमें लगाई गई थी। लूट फर्जी होने की आशंका होने पर पुलिस ने चालक को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ किया। तो चालक टूट गया। उसने पुलिस को बताया कि उसने एक डीसीएम लिया था। जिसकी किस्त जमा करने के लिए वह परेशान रहता था। उसने बताया कि पड़ोस के गाँव ऐलनपुर ग्रन्ट का रहने वाला सोनू वर्मा मेरा दोस्त है। वह भी पिकप चलाता है। हम लोगो ने विचार विमर्श कर यह तय किया कि लूट की घटना दिखाकर मालिक अमरदीप अग्रवाल के कुल 3,36,200 रुपये हड़प लिये जाये। तथा आपस में बांट लेगें। चालक राजू यादव ने यह भी बताया गया कि मैने अपना मोबाइल तोड़कर उसे भी फेक देने की हिदायत अपने साथी को दिया था। पुलिस ने लूट के 3,36,200 रुपये तथा एक टूटी मोबाइल बरामद कर लिया है।
पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल ने बताया कि 15 सितंबर की रात मनकापुर थाना क्षेत्र में लूट की सूचना प्राप्त हुई थी। एक पिकअप चालक बभनान कस्बे से गला बेचकर पैसा लेकर वापस आ रहा था। स्कार्पियो सवार बदमाशों ने उससे पैसे लूट लिए। जांच के दौरान पर्याप्त साथ मिलने पर चालक को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया। तो वह टूट गया पता चला कि यह लूट की घटना नहीं थी। बल्कि व्यापारी के पैसे को हजम करने के लिए चालक ने अपने साथी के साथ मिलकर फर्जी घटना तैयार किया था। पुलिस ने व्यापारी के चालक राजू यादव और उसके साथी सोनू वर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। लूट में गई पूरी धनराशि 3,36,200 रुपए बरामद कर लिया है।