समाजवादी पार्टी (सपा) की सांसद डिंपल यादव ने शनिवार को समान नागरिक संहिता (यूसीसी) पर टिप्पणी करते हुए कहा कि सरकार “वोट बांटने” और “असली मुद्दों से ध्यान भटकाने” के लिए यूसीसी का मुद्दा उछाल रही है। अपने संसदीय क्षेत्र मैनपुरी में एक कार्यक्रम में शामिल होने आई डिंपल ने संवाददाताओं द्वारा यूसीसी के बारे में पूछे जाने पर कहा कि संविधान में कहा गया है कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है। मेरा मानना है कि मौजूदा सरकार वोट बांटने के लिए ऐसी स्थितियां बना रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल ने भी सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी जैसी जायज मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों पर रबर की गोलियों और पैलेट का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आपने देखा होगा कि हमारे किसान कैसे विरोध कर रहे हैं और उन पर कैसे हथियारों का इस्तेमाल किया जा रहा है। सपा सांसद ने कहा कि सरकार किसानों पर सोनिक थ्रस्टर्स का इस्तेमाल करने की भी योजना बना रही है। हमने देखा है कि मीडियाकर्मी वहां बुलेट प्रूफ जैकेट और हेलमेट पहने हुए हैं, जो अच्छी बात है क्योंकि स्थिति बहुत संवेदनशील है। लेकिन किसान खुद को बचाने के लिए ऐसी कोई चीज नहीं पहने हैं। उन्होंने कहा कि किसानों पर लगातार पैलेट और रबर की गोलियों से हमला किया जा रहा है। इसलिए यह निर्दयी सरकार लोगों को वास्तविक मुद्दों से भटकाने के लिए यूसीसी जैसे मुद्दे ला रही है।
डिंपल ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने तीन कृषि कानून वापस ले लिए और एमएसपी देने का वादा किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने विरोध प्रदर्शन में मारे गए किसानों के परिजनों को नौकरी और वित्तीय सहायता देने का भी वादा किया लेकिन सरकार जो वादा करती है उसे वह पूरा नहीं करती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने खुद उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कहा था कि वह राज्य में छुट्टा मवेशियों के मुद्दे को हल करेंगे, लेकिन भाजपा सरकार कुछ नहीं कर रही है। वह इन मुद्दों को चुनाव से पहले लाती है और चुनाव खत्म होते ही उन्हें भूल जाती है।