विश्व प्रसिद्ध गीता प्रेस से निकलने वाली प्रसिद्ध कल्याण के नाम पर मध्य प्रदेश में फर्जीवाड़ा चल रहा है। वहां कुछ लोग घर-घर जाकर वार्षिक एवं पांच वर्षीय सदस्यता के लिए रसीद काट कर वसूली कर रहे हैं। मध्य प्रदेश के एक पाठक ने गीता प्रेस को यह जानकारी दी। गीता प्रेस की ओर से मध्य प्रदेश सरकार, वहां की पुलिस से व गोरखपुर में साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई है।
मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर के रहने वाले एक व्यक्ति ने गीता प्रेस को इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति उनकी दुकान में आया था। वह गीता प्रेस की रसीद छपवाकर उसके जरिए कल्याण मैगजीन का वार्षिक सदस्य बना रहा है। रसीद के नाम पर पैसा वसूल किया जा रहा है।
गीता प्रेस कभी भी किसी के घर जाकर मैगजीन के लिए सदस्य नहीं बनाता है। गीता प्रेस अपने गीता प्रेस के प्रतिष्ठान या किसी आधिकारिक बुक डिपो के जरिए ही पंजीकरण करता है। संस्था के ट्रस्टी देवी दयाल ने बताया कि गीता प्रेस कभी भी किसी के घर जाकर पंजीकरण नहीं करता।
गीताप्रेस के ट्रस्टी ने बताया कि एक व्यक्ति ने जानकारी दी थी कि मध्य प्रदेश में कल्याण मैगजीन के नाम पर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। मामले में जानकारी मिलने के बाद गोरखपुर के साइबर सेल में शिकायत की गई है। इसके साथ ही मध्य प्रदेश के पुलिस महानिदेशक से भी संपर्क किया गया है। उन्होंने कहा कि गीता प्रेस अब 90 प्रतिशत काम ऑनलाइन करता है।
एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि इस बात की शिकायत साइबर सेल को मिली है। इसकी जांच की जा रही है। साक्ष्य के आधार पर जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।