भारत के वनडे विश्व कप फाइनल में हारने के बाद पहली बार बोलते हुए कप्तान रोहित शर्मा ने स्वीकार किया कि जीवन में आगे बढ़ना होगा, लेकिन हार से उबरना उनके लिए बेहद कठिन था।
19 नवंबर को नरेंद्र मोदी स्टेडियम में फाइनल में रोहित ने पहले दस ओवरों में भारत को तेज शुरुआत देना जारी रखा। रोहित की 31 गेंदों में 47 रन की पारी के बदौलत मेजबान टीम पहले पावरप्ले के अंत में 80 रन तक पहुंच गई। लेकिन उसके बाद भारत को बीच के ओवरों में लगातार झटके लगे और भारतीय पारी मात्र 240 रन पर सिमट गई। जवाब में, ऑस्ट्रेलिया ने 43 ओवरों में लक्ष्य हासिल कर लिया। रोहित ने कहा, “मैं हमेशा 50 ओवर का विश्व कप देखकर बड़ा हुआ हूं। मेरे लिए वह सर्वोच्च पुरस्कार था। हमने उस विश्व कप के लिए इतने वर्षों तक काम किया है।”
रोहित ने ‘टीम45 आरओ’ इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा, “मुझे नहीं पता था कि फाइनल में मिली हार के बाद वापस कैसे आना है। मेरे परिवार और दोस्तों ने मुझे प्रेरित किया। यह समझना मुश्किल था लेकिन जीवन को आगे बढ़ने की जरूरत है, मगर ईमानदारी से कहूं तो उस दिन से आगे बढ़ना बेहद कठिन था।” टूर्नामेंट खत्म होने के बाद रोहित विश्व कप फाइनल में हार के दुख से उबरने के लिए अपने परिवार के साथ यूनाइटेड किंगडम चले गए। साथ ही उन्होंने बड़ी संख्या में टीम का समर्थन करने के लिए आने वाले प्रशंसकों की सराहना की।
रोहित ने कहा, “इस पूरे अभियान के दौरान हम जहां भी गए, उन सभी लोगों से बहुत समर्थन मिला जो सबसे पहले स्टेडियम में आए थे और उन लोगों से भी जो इसे घर से देख रहे थे।” रोहित ने बताया कि प्रशंसकों ने उन्हें बताया कि उन्हें विश्व कप में भारतीय टीम के प्रदर्शन पर गर्व है। जिससे उनके लिए ठीक होना आसान हो गया और उनके द्वारा दिखाई गई सहानुभूति से वे प्रभावित हुए।