14 अगस्त के दिन को पूरे देश में ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के तौर पर याद किया जा रहा है।
भाजपा ने 1947 में हुए देश के विभाजन और इस दौरान हुई हिंसा को याद करते हुए भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, मुस्लिम लीग और उसके नेता मोहम्मद अली जिन्ना, तत्कालीन वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन के साथ-साथ वामपंथियों और रजाकारों पर भी निशाना साधा है।
भाजपा ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर एक वीडियो जारी कर 1947 में विभाजन के दौरान हुए हिंसा के हालात को दिखाते हुए इसमें नेहरू, जिन्ना, लॉर्ड माउंटबेटन और लेडी माउंटबेटन की तस्वीरों को दिखाते हुए कई सवाल उठाए हैं।
भाजपा ने इस वीडियो को जारी करते हुए फेसबुक पर लिखा है, “किसने खींची ये लकीरें? किसने लहू की नदियां बहाई ? कल तक था जो आंगन हमारा, किसने वहां सरहद बनाई? 14 अगस्त 1947 का वो दिन, जब भारत की सदियों पुरानी संस्कृति को चंद लोगों ने कागज पर लकीरें खींच कर बांट दिया और इस त्रासदी ने देश की आत्मा को रक्तरंजित कर दिया।”
भाजपा ने विभाजन के दौरान हुई हिंसा, उन्माद और नृशंसता की भेंट चढ़, अपने मान-सम्मान और प्राण की आहुति देने वाली प्रत्येक पुण्यात्मा को शत् शत् नमन भी किया है।
वहीं भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी एक्स (पहले ट्विटर ) पर कहा, “1947 का वह काला दिवस जब हमारा राष्ट्र दो टुकड़ों में बंट गया। लाखों लोग बेघर हुए, हिंसा का तांडव चरम पर था, विस्थापन का दंश झेलने को देशवासी विवश थे! यह दिवस उस अकथनीय विभीषिका को स्मरण करने का दिवस है। इस क्रूर घटना में जान गंवाने वाले लोगों को नमन।”
नड्डा ने आगे कहा, ” ‘विभाजन विभीषिका दिवस’ सदैव देशवासियों को अतीत के काले अध्याय का स्मरण कर शांति व सद्भाव की यात्रा के लिए प्रेरित करेगा।”