प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पोर्ट ब्लेयर के वीर सावरकर के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अभी तक मौजूदा टर्मिनल की क्षमता हर रोज 4,000 पर्यटकों को सेवा देने की थी, नया टर्मिनल बनने के बाद इस हवाईअड्डे की क्षमता रोज करीब-करीब 11,000 पर्यटकों को सेवा देने की हो गई है। हवाईअड्डे पर अब एक साथ 10 विमान खड़े हो पाएंगे। यानी यहां के लिए नए विमानों का भी रास्ता खुल गया है। इस दौरान पीएम मोदी ने बेंगलुरु में हो रहे विपक्षी दलों के बैठक पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने इस बैठक को भ्रष्टाचारियों का सम्मेलन करार दिया है। उन्होंने कहा कि विपक्षी एकता को लेकर तंज कसा और कहा कि एक चेहरे पर कई चेहरे लगा लेते हैं लोग।
एयरपोर्ट का उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि ज्यादा फ्लाइट्स और ज्यादा पर्यटक आने का सीधा मतलब है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि पोर्ट ब्लेयर की इस नई टर्मिनल बिल्डिंग से राज्य में ईज ऑफ ट्रैवेल बढ़ेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे ईज ऑफ डूईंग बिजनेस बढ़ेगा और कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी। पीएम मोदी ने कहा कि लंबे समय तक भारत में विकास का दायरा कुछ दलों की स्वार्थ भरी राजनीति के कारण देश के दूर दराज वाले इलाकों तक पहुंचा ही नहीं। ये दल उन्हीं कामों को प्राथमिकता देते थे जिसमें इनका खुद का भला हो इनके परिवार का भला हो, नतीजा ये हुआ कि जो आदिवासी क्षेत्र और द्वीप हैं वहां की जनता विकास से वंचित रही, विकास के लिए तरसती रही।
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि पिछले 9 वर्षों में हमने न केवल पुरानी सरकारों की गलतियों को सुधारा है, बल्कि लोगों को नई सुविधाएं और रास्ते भी दिए हैं। भारत में विकास का एक नया मॉडल विकसित हुआ है। यह ‘सबका साथ, सबका विकास’ का मॉडल है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे से पहले की सरकार के 9 साल में अंडमान निकोबार को करीब 23,000 करोड़ रुपये का बजट अलॉट किया गया था। जबकि हमारी सरकार के दौरान अंडमान निकोबार के विकास के लिए 9 वर्षों में करीब 48 हजार करोड़ रुपये का बजट दिया गया है।
पीएम मोदी ने कहा कि 2024 के लिए देश के लोगों ने हमारी सरकार वापस लाने का मन बना लिया है। ऐसे में भारत की बदहाली के जिम्मेदार कुछ लोग अपनी दुकान खोलकर बैठ गए हैं। इन्हें देखकर मुझे एक कविता याद आती है, “गायित कुछ है, हाल कुछ है, लेबिल कुछ है माल कुछ है”। 24 के लिए 26 होने वाले दलों पर ये फिट बैठता है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने बेंगलुरु में हो रहे विपक्षी दलों के महाजुटान पर हमला बोला है। इस बैठक को भ्रष्टाचारियों का सम्मेलन करार देते हुए कहा कि आजादी के 75 वर्षों में हमारा भारत कहीं से कहीं पहुंच सकता था। हम भारतीयों के सामर्थ्य में कभी कोई कमी नहीं रही है, लेकिन सामान्य भारतीय के इस सामर्थ्य के साथ भ्रष्टाचारी और परिवारवादी पार्टियों ने अन्याय किया।