पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद पर भारत का रुख स्पष्ट करने के लिए केंद्र सरकार सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को विदेश भेज रही है। प्रतिनिधिमंडल अलग-अलग देशों की यात्रा करेंगे।
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने पहलगाम आतंकवादी हमले और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद विभिन्न देशों को भारत के रुख से अवगत कराने के लिए विदेश यात्रा पर जा रहे सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों में से तीन को मंगलवार को संबंधित चीजों की जानकारी दी।
जद(यू) के संजय झा, शिवसेना के श्रीकांत शिंदे और द्रमुक की कनिमोई के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने ‘ब्रीफिंग’ में भाग लिया, जिसमें उन्हें उनके एजेंडे और उसके विस्तृत विवरण के बारे में बताया गया।
तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी भी बैठक में शामिल हुए, जिन्हें अंतिम समय में प्रतिनिधिमंडल में शामिल किया गया, क्योंकि उनकी पार्टी ने अपने सांसद यूसुफ पठान को सरकार द्वारा चुने जाने के ‘‘एकतरफा’’ फैसले का विरोध किया था।
बनर्जी, जद(यू) नेता झा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं, जो जापान, दक्षिण कोरिया, मलेशिया, इंडोनेशिया और सिंगापुर की यात्रा करेगा।
भारत और पाकिस्तान 10 मई को सैन्य कार्रवाई रोकने के लिए सहमत हुए थे।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ की पृष्ठभूमि में आतंकवाद के खिलाफ कड़े तरीके से निपटने के भारत के संकल्प के बारे में वैश्विक नेताओं को जानकारी देने के लिए सरकार ने 33 देशों में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजने का निर्णय लिया है।