आगरा: जन्म से लेकर बड़े होने तक मां बाप अपने बच्चों को पालने के लिए अनेकों मुसिबतों का सामना करते हैं, लेकिन बुढ़ापे में वहीं बच्चे जब मुंह मोड़ ले तो ये बात असहनीय हो जाती है। ऐसा ही एक मामला आगरा में देखने को मिला है। जहां एक बेटा अपने दिव्यांग पिता को दवा दिलाने के नाम पर बीच रास्ते में छोड़कर भाग गया। यह घटना रविवार रात की है।
सदुपुरा गांव के रहने वाले एक बेटे ने दिव्यांग पिता को सरकारी एंबुलेंस में बैठाकर घर से 20 किलोमीटर दूर अस्पताल ले गया। इसके बाद युवक शमशाबाद के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दिव्यांग पिता को पीठ में लादकर अंदर ले गया। अस्पताल में डॉक्टर से दवा भी दिलवाई। इसके बाद यही बेटा अपने दिव्यांग पिता को टेंपो में बैठाकर बीच चौराहे पर छोड़कर भाग गया। पुलिस बेटे की तलाश में जुट गई है। साथ ही पुलिस दिव्यांग बुजुर्ग को घर पहुंचाने की मुहिम में लग गई।
शमशाबाद थाना प्रभारी बीरेश पाल गिरी ने बताया कि रविवार रात पुलिस को सूचना मिली कि अज्ञात बुजुर्ग दिव्यांग व्यक्ति को कोई इरादत नगर रोड पर बने गांधी चौराहे पर छोड़ गया है। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने जानकारी की तो आसपास के लोगों ने बताया कि इसका बेटा इसे यहां पर छोड़ गया है। बुजुर्ग व्यक्ति ने अपना नाम छत्रपाल और बेटे का नाम लीला बताया है। कलयुगी बेटा अपने पिता को शाम को सात बजे दवा दिलवाने लाया था। उसका बेटा सरकारी एंबुलेंस से अस्पताल लाया था। अस्पताल से इसका बेटा टेंपो में बैठा कर ले गया था। इसके बाद पिता को इरादत नगर रोड पर छोड़कर चला गया।
पुलिस के मुताबिक, दिव्यांग बुजुर्ग केवल अपने गांव का नाम, अपना और बेटे का नाम ही बता पा रहा है। दिव्यांग बुजुर्ग इरादत नगर थाने के सदुपुरा गांव का रहने वाला है। पुलिस बुजुर्ग बेटे की तलाश में जुट गई है। पुलिस ने इलाके के कई सीसीटीवी भी खंगाले हैं। इसमें एक व्यक्ति दिव्यांग बुजुर्ग को अपनी पीठ पर लादकर स्वास्थ्य केंद्र लाता दिखाई दिया था। आगरा की फतेहाबाद पुलिस ने बुजुर्ग दिव्यांग को उसके गांव सदुपुरा पहुंचा दिया है। घर से उसका बेटा फरार है। पुलिस फरार बेटे की तलाश में जुट गई है।