उत्तर प्रदेश में वाराणसी सामूहिक दुष्कर्म के मामले से हड़कंप मचा हुआ है। 23 वहशी दरिंदों ने 6  दिनों तक 19 वर्षीय युवती के साथ में दरिंदगी की थी। अभी तक इस मामले में 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और फरार आरोपियों की तलाश की जा जारी है। इसी बीच वाराणसी पुलिस ने एसआईटी टीम का गठन है और 60 दिन के अंदर इस पूरे घटना के मामले में एसआईटी टीम रिपोर्ट सौंपेगी। टीम में उच्च अधिकारी भी शामिल होंगे।

आरोपियों के परिजनों ने प्रदर्शन

वहीं, वाराणसी में युवती से गैंगरेप मामले में गिरफ्तार 14 आरोपियों के परिजनों ने गुरुवार को प्रदर्शन किया और उन्होंने आरोपियों को निर्दोष बताया। आरोपियों के परिजनों ने पीड़िता की कहानी पर सवाल उठाए हैं। अरोपियों के परिजनों ने 100 से अधिक की संख्या में पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया। उनका कहना है युवती ने मनगढ़ंत कहानी बनाकर बेकसूरों को फसाया है। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने परिजनों से प्रार्थना पत्र लेकर निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है।

क्या है पूरा मामला?

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, पीड़िता 29 मार्च को कुछ युवकों के साथ बाहर गई थी। जब वह घर वापस नहीं लौटी तो 4 अप्रैल को उसके परिवार ने शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने पहले बताया था कि जब लड़की को रेस्क्यू किया गया तो उसने दुष्कर्म के बारे में कुछ नहीं बताया था। हालांकि, पीड़िता के परिवार ने 6 अप्रैल को शिकायत दर्ज कराई कि उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया।

पीएम मोदी ने ली थी घटना की जानकारी, दिए थे सख्त निर्देश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार (11 अप्रैल) को अपने एक दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे थे। पीएम मोदी ने वाराणसी पहुंचने के बाद अपने संसदीय क्षेत्र में हुए इस सामूहिक दुष्कर्म मामले के बारे में अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली थी। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों से इस मामले में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। उन्होंने कहा था कि सभी दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो। साथ ही ऐसी घटना दोबारा न होने पाए।

23 आरोपियों में से 14 गिरफ्तार

पुलिस ने पहले कहा था कि भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 70(1) (सामूहिक बलात्कार), 74 (महिला की शील भंग करने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल का प्रयोग), 123 (अपराध करने के इरादे से चोट पहुंचाना), 126(2) (गलत तरीके से रोकना), 127(2) (गलत तरीके से बंधक बनाना) और 351(2) (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने अब तक इस मामले में 23 आरोपियों में से 14 को गिरफ्तार कर लिया है।

डीसीपी वरुणा को हटाया

वाराणसी में छात्रा से गैंगरेप मामले में सोमवार को बड़ा एक्शन लिया गया। पीएम मोदी की नाराजगी के बाद डीसीपी वरुणा चंद्रकांत मीणा को हटा दिया गया। सोमवार को उन्हें वाराणसी से हटाकर डीजीपी ऑफिस, लखनऊ अटैच कर दिया गया। सूत्रों के मुताबिक, DCP ने पहले ही दिन मामले में कठोर कदम नहीं उठाए। न ही लापरवाही बरतने वाले थाना प्रभारी और दरोगा के खिलाफ कोई रिपोर्ट दी। इससे आलाधिकारी उनसे नाराज थे।

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