कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता रोहन गुप्ता गुरूवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। उन्होंने कांग्रेस पर ‘अपमान’ और ‘चरित्र हनन’ का आरोप लगाते हुए पिछले महीने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और पार्टी महासचिव विनोद तावड़े की मौजूदगी में गुप्ता भाजपा में शामिल हुए। गुप्ता के अलावा पंजाब की पूर्व आईएएस अधिकारी परमपाल कौर और कुछ अन्य नेता भी इस मौके पर भाजपा में शामिल हुए।
कांग्रेस ने रोहन गुप्ता को अहमदाबाद पूर्व लोकसभा सीट से टिकट दिया था लेकिन उन्होंने अपने पिता की खराब सेहत का हवाला देते हुए अपना नाम वापस ले लिया था। इसके कुछ दिनों बाद उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी। कांग्रेस में करीब 15 सााल रहने के बाद गुप्ता ने कहा कि यह दिशाहीन और विरोधाभासों से भरी है जिससे उसकी विश्वसनीयता कम हुई है। उन्होंने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समरोह में शामिल नहीं होने, नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का विरोध करने और आम आदमी पार्टी जैसे दलों से गठजोड़ जैसे मुद्दों का उल्लेख किया और यह बताने की कोशिश की कैसे कांग्रेस कैसे विरोधाभासों से भरी है।
गुप्ता ने भाजपा के 2047 तक विकसित भारत के एजेंडे का समर्थन किया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण की सराहना की। गुजरात कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष दोषी ने अहमदाबाद में संवाददाताओं से कहा कि गुप्ता की भाजपा के प्रति निष्ठा तब उजागर हो गई जब उन्होंने कांग्रेस द्वारा लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट की पेशकश को ठुकरा दिया था। उन्होंने कहा कि वह अधिकृत रूप से तो कांग्रेस में थे लेकिन अनधिकृत रूप से लंबे समय तक भाजपा से जुड़े हुए थे।
दोषी ने कहा, ‘‘हम पहले से जानते थे कि कांग्रेस के साथ रहना उनका खेल है। कांग्रेस पार्टी ने उन्हें पद और प्रतिष्ठा दी और उन्होंने इसका इस्तेमाल पैसे कमाने के लिए किया और फिर पार्टी को धोखा दिया। पार्टी ने उन्हें चुनाव लड़ने का मौका दिया और इस दौड़ से उनका बाहर होना सब कुछ उजागर कर गया। अब वह भाजपा द्वारा दी गई स्क्रिप्ट बोल रहे हैं।” अहमदाबाद (पूर्व) संसदीय क्षेत्र से अपनी उम्मीदवारी वापस लेते हुए गुप्ता ने कहा था कि उन्होंने अपने बीमार पिता के आग्रह पर ऐसा किया। पिछले दिनों कांग्रेस के एक और प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने भी भाजपा का दामन थाम लिया था।