उत्तर प्रदेश में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। इससे लोग काफी परेशान है। इस भीषण गर्मी में प्रदेश की विद्युत व्यवस्था चरमराई हुई है। जिससे विभाग द्वारा किए जा रहे महीनों पहले से तैयारी के दावों की पोल खुल गई है। विद्युत विभाग के पास कटौती और ट्रिपिंग का कोई इंतजाम नहीं है। वो सिर्फ मानसून आने पर बिजली मांग कम होने का इंतजार कर रहा है। प्रत्येक वर्ष गर्मियों में विद्युत सप्लाई करने में विभाग नाकाम रहा है।
बता दें कि भीषण गर्मी में ट्रिपिंग के जरिए लगातार कटौती की जा रही है। प्रदेश की राजधानी लखनऊ के भी अधिकतर इलाकों में लोगों का बुरा हाल हुआ पड़ा है। विभाग विद्युत आपूर्ति में नाकाम है। रात में प्रतिदिन बिजली गायब हो जा रही है। ट्रांसफार्मरों की कैपेसिटी ना बढ़ने और उपकरणों के ना बदले जाने से बुरा हाल है। लोग इतनी भयानक गर्मी में तड़प रहे है। बिजली न होने से पानी की भी समस्या बनी हुई है।
बिजली आपूर्ति की समस्या को लेकर राजाजीपुरम न्यू पावर हाउस को पब्लिक ने घेर लिया है। लगातार हो रही बिजली कटौती से पब्लिक काफी परेशान है। जर्जर तारों और मानक विहीन ट्रांसफार्मरों से सप्लाई चरमराई है। ट्रांसफार्मरों ने जवाब दे दिया है। लखनऊ में लेसा सिस और ट्रांस गोमती दोनों में एक जैसा हाल है। इन हालातों के जिम्मेदार एसी में बैठ कर अपना ड्यूटी टाइम बिता दे रहे है। विभाग अवैध बिजली कनेक्शन और कटिया भी रोकने में नाकाम है। कटिया रोको अभियान के बावजूद लेसा इंजीनियरों की मिलीभगत से बड़े पैमाने पर लाइन लॉस है। अब सवाल यह है कि, जब राजधानी में ही विद्युत व्यवस्था का यह हाल तो पूरे प्रदेश का क्या होगा?