कांग्रेस के पूर्व सांसद राहुल गांधी ने आज सोमवार को पूरी तरह से सरकारी बंगला खाली कर दिया है। उन्होंने आज 12, तुगलक लेन बंगले की चाबी अधिकारियों को सौंपी और वह अब अपनी मां सोनिया गांधी के घर पर रहेंगे। बता दें कि राहुल गांधी इस सरकारी बंगले में बीते 19 साल से रह रहे थे।
वहीं, बंगले की चाबी अधिकारियों को सौंपने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि मैंने ‘सच बोलने की कीमत चुकाई’ हैं’ उन्होंने बंगला खाली करने के बाद कहा कि हिन्दुस्तान की जनता ने उन्हें यह घर दिया था जहां वो 19 साल से रह रहे थे।
वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि भाई ने जो बोला वो सच है. उन्होंने सरकार के खिलाफ बोला इसलिए ये सब हो रहा है वो बहुत हिम्मत वाले हैं. मैं भी उनके साथ हूं।
गौरतलब है कि मोदी उपनाम टिप्पणी के मानहानि मामले में सूरत कोर्ट ने राहुल गांधी को दोषी करार देते हुए 2 साल की सजा सुनाई थी। इस फैसले के बाद लोकसभा सचिवालय ने राहुल गांधी की संसद की सदस्यता को रद्द कर दी थी. राहुल गांधी केरल के वायनाड से सांसद थे. जनप्रतिनिधि कानून के मुताबिक, अगर किसी सांसदों और विधायकों को मामले में 2 साल या उससे ज्यादा की सजा होने पर उनकी सदस्यता (संसद और विधानसभा से) रद्द हो जाती है। इसलिए राहुल गांधी को भी सरकारी बंगला खाली करना पड़ा।