राजस्थान कांग्रेस में बीते कई दिनों से चल रहे उथल-पुथल के बीच अब राहुल गांधी दखल देंगे। यहां सचिन पायलट के मामले में कांग्रेस के भीतर दो दिन चले मंथन के बाद रणनीति बदल दी है। बताया जा रहा है कि पायलट मामले को लेकर दिखाई गई जल्दबाजी को अब आगे डिले में बदलने का खाका तैयार कर लिया है। वहीं, कई मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि कांग्रेस हाईकमान इस मामले में जल्दबाजी नहीं करना चाहता और बहुत सोच समझकर ही इस मामले में आगे फैसला लिया जाएगा।
उधर खबर है कि दोबारा से सचिन पायलट ने फील्ड में उतरने की तैयारी शुरू कर दी है। इसकी शुरुआत वह 17 अप्रैल से कर रहे हैं। वहीं, कांग्रेस हाईकमान पायलट मामले में बीच का रास्ता निकालने की कोशिश में है। ऐसे में बीच का रास्ता निकालने के लिए फैसला लेने में देरी पहली रणनीति है। इस दौरान कई बैठकों के दौर भी चलेंगे। हालांकि, एक लाइन तय कर दी गई है, जिसके आधार पर ही आगे बढ़ा जाएगा।
वहीं, सचिन पायलट मामले में कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने अभी तत्काल फैसला नहीं होने को लेकर साफ संकेत दिए हैं। उनका कहना है कि अभी कोई फैसला नहीं हुआ है और रिपोर्ट भी नहीं दी गई है। वरिष्ठ नेताओं से सलाह मशविरा करके ही आगे बढ़ा जाएगा।
इससे पहले भी पायलट के मामले में सुखजिंदर सिंह रंधावा सख्त तेवर दिखा चुके हैं, लेकिन अब उनमें बदलाव आ चुका है। पहले रंधाव ने पायलट के अनशन से पहले ही रात में बयान जारी करके पार्टी विरोधी गतिविधि बताया था। अगले दिन पायलट ने अनशन के बाद बीजेपी को निशाने पर लिया और बीजेपी राज के करप्शन पर ही सवाल उठाए।
दूसरी ओर, पायलट के मामले में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने दखल दिया है। राहुल गांधी से इस मामले में सुखजिंदर रंधावा और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने चर्चा की। राहुल गांधी ने दोनों नेताओं को राजस्थान के मामले को बहुत सावधानी से हैंडल करने की सलाह दी है। प्रियंका गांधी पायलट के लिए शुरू से ही पैरवी कर रहीं थीं।