लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। सभी राजनीतिक दल अपने-अपने उम्मीदवारों का लगभग ऐलान कर चुके हैं। इन दिनों भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के मेरठ से उम्मीदवार का नाम चर्चा का विषय बना है।
बीजेपी ने इस बार प्रसिद्ध टीवी धारावाहिकों रामायण के राम यानी अरुण गोविल को मेरठ सीट से चुनावी रण में उतारा है। यह कोई पहली बार नहीं है कि अभिनेता को नेता बनने का मौका मिला हो। इससे पहले, महाभारत के कृष्ण भी चुनावी रणभूमि में अपनी ताकत का प्रदर्शन दिखा चुके हैं। हम बात कर रहे हैं प्रसिद्ध टीवी धारावाहिक महाभारत के कृष्ण ‘नीतीश भारद्वाज’ की।
अभिनेता नितीश भारद्वाज भारतीय जनता पार्टी के एक सक्रिय नेता रह चुके हैं। राजनीति की एक पारी खेलने के बाद उन्होंने राजनीति से संन्यास लिया था। साल 1996 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के टिकट पर झारखंड के जमशेदपुर से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। 1999 के लोकसभा चुनाव में वे मध्य प्रदेश के राजगढ़ सीट से तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह से चुनाव हारे। वे बीजेपी के प्रवक्ता भी रहे हैं।
आपको बता दें कि हाल ही, नीतीश अपनी तीसरी शादी लेकर चर्चा में छाए रहे। नीतीश ने हाल ही में अपनी दूसरी पत्नी स्मिता गेट से तलाक की अर्जी कोर्ट में दाखिल की। दोनों के बीच बच्चों को लेकर विवाद जारी है। एक तरफ, बेटियों ने कहा कि उन्हें नीतीश को पापा कहने में शर्म आती है। दूसरी तरफ, नीतीश ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि इतना सब करने के बाद भी बेटियां ऐसा बोल रही हैं। नीतीश से मीडिया ने तीसरी शादी को लेकर सवाल किया तो, उन्होंने जवाब दिया कि अब उनके अंदर हिम्मत नहीं बची है। मालूम हो कि नीतीश की पहली शादी मोनिशा पाटिल से 2005 में हुई थी। लेकिन, 4 साल ही शादी चल सकी। फिर 2009 में स्मिता संग शादी हुई थी।