कांग्रेस के पूर्व यूपी प्रदेश अध्यक्ष व फैजाबाद के पूर्व सांसद डॉक्टर निर्मल खत्री ने मंगलवार 16 जनवरी को सोशल मीडिया के फेसबुक पेज पर अपने मन की बात साझा करते हुए रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के लिए निमंत्रण को व्यक्तिगत बताते हुए स्वीकार किया है। उन्होंने प्रदेश के कांग्रेसियों को इवेंट की राजनीति को छोड़कर विरोधियों से वैचारिक धरातल पर लड़ने और संगठन को मजबूत करने की सलाह भी दी।
खत्री ने आगे लिखा कि रामभक्त होना कोई पाप नहीं है। मुझे रामभक्ति पर गर्व है। मुझे इस बात पर भी गर्व है कि मैं प्रभु राम की नगरी अयोध्या का निवासी हूं। मेरी जन्म भूमि व कर्मभूमि भी अयोध्या है। सभी धर्मों के लोगों को अपने इष्ट देव पर गर्व करना चाहिए। डॉक्टर निर्मल खत्री ने वाल्मीकि रामायण की रामो विग्रहवान् धर्म: का याद दिलाते हुए लिखा कि राम धर्म हैं और धर्म ही राम है। उन्होंने आगे लिखा कि महात्मा गांधी का राम आत्मशक्ति का उपासक है। कमजोरो का सहारा है। उसकी कसौटी प्रजा का सुख और हित है। मैं धर्म के पाखंड का विरोधी हूं। धर्म के सहारे राजनीतिक फायदा लेने के हथकंडे का विरोधी हूं।
राहुल गांधी को साहसी बताते हुए निर्मल खत्री ने लिखा कि वह इस देश के लोगों की आवाज बनकर। उनकी समस्याओं को उजागर करने। और उन्हें यह विश्वास दिलाने कि राहुल गांधी उनके साथ खड़ा है। वह एक लंबी यात्रा पर मणिपुर से महाराष्ट्र के लिए निकले है। उन्होंने अपने प्रिय,ईमानदार और निर्भीक नेता को यात्रा की सफलता के लिए मंगलकामनाएं अर्पित की।