उत्तर प्रदेश में बहराइच जिले के महाराजगंज इलाके में एक युवक की हत्या के बाद फैले तनाव के मामले में बुधवार तक कुल 11 मुकदमे पंजीकृत हुए हैं और 55 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पिछली 13 अक्टूबर को महाराजगंज इलाके में हुई घटना में जान गंवाने वाले राम गोपाल मिश्र की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, उसके शरीर में 25 से 30 छर्रे लगे थे और करंट के झटके तथा अत्यधिक रक्त स्राव होने के कारण उसकी मौत हुई है। घटना में लापरवाही बरतने के आरोप में महसी के पुलिस क्षेत्राधिकारी रूपेन्द्र गौड़ को हटा दिया गया है। महसी इलाके में तनावपूर्ण शांति व्याप्त है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि रामगोपाल मिश्र की हत्या को लेकर दर्ज मुकदमे में नामजद 6 में से एक अभियुक्त दानिश उर्फ शहीर खान को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि वह नेपाल भागने की फिराक में था तथा उसे हरदी थाना क्षेत्र के राजी चौराहे के पास से पकड़ा गया है। पुलिस ने उसे अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए 14 दिन की रिमांड पर ले लिया है। उन्होंने बताया कि दानिश की गिरफ्तारी के बाद इस मामले में अब तक कुल 55 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
अधिकारी के अनुसार, रविवार की रात पहला मुकदमा हरदी थाने में 6 नामजद व 4 अज्ञात लोगों पर मृतक के परिवार की तरफ से दर्ज कराया गया था। इसके अलावा एक मुकदमा कोतवाली नगर में अस्पताल चौराहे पर तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ, 6 मुकदमे हिन्दू पक्ष द्वारा दूसरे समुदाय के अज्ञात लोगों के खिलाफ, 3 मुकदमे मुस्लिम समुदाय द्वारा उनके घरों में तोड़फोड़ व आगजनी के आरोप में दर्ज कराए गए हैं। उन्होंने बताया कि 2 मुकदमे 13 अक्टूबर, दो 14 अक्टूबर व 7 मुकदमे 15 अक्टूबर को दर्ज हुए हैं। चार मुकदमे पुलिस द्वारा तथा सात मुकदमे जनता की ओर से दर्ज कराए गये हैं।
गोरखपुर के अपर पुलिस महानिदेशक के. एस. प्रताप ने संवाददाताओं को बताया कि रविवार की घटना में हुई लापरवाही को लेकर महसी के पुलिस क्षेत्राधिकारी रूपेन्द्र गौड़ को हटा कर उन्हें पुलिस कार्यालय से सम्बद्ध किया गया है। प्रताप ने बताया कि उनकी जगह रामपुर से आए रवि खोखर को तैनात किया गया है। इसके पूर्व, 13 अक्टूबर की देर रात हरदी थानाध्यक्ष सूरज कुमार वर्मा व महसी पुलिस चौकी प्रभारी शिव कुमार सरोज को निलंबित किया जा चुका है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर संजय कुमार ने रविवार को हुए गोलीकांड में मारे गये राम गोपाल मिश्र (22) की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के हवाले से संवाददाताओं को बताया कि तीन डॉक्टरों की समिति ने रविवार व सोमवार की दरमियानी रात पोस्टमार्टम किया था। इसकी वीडियोग्राफी भी की गई थी। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक मृतक राम गोपाल के शरीर में 25 से 30 छर्रे लगे थे। उसकी बाईं आंख के आसपास और पैर के नाखूनों पर गंभीर चोटों के निशान थे। करंट के झटके तथा अत्यधिक रक्त स्राव होने के कारण उसकी मौत हुई है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि आज पूरे जिले में जनजीवन सामान्य रहा। महसी के तनावग्रस्त इलाके में पूरी तरह सन्नाटा था। चारों तरफ पुलिस के सायरन और बूटों की आवाज सुनाई दे रही थी। जगह जगह अफवाहें जरूर फैलती रहीं लेकिन कुल मिलाकर माहौल शांतिपूर्ण रहा। हिंसा के मद्देनजर बुधवार पूरा दिन घटनास्थल के पुलिस 20 किलोमीटर की परिधि में गश्त और छापेमारी कर रही है।