मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रक्षा मंत्री और लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह के साथ मंगलवार को केडी सिंह बाबू स्टेडियम में ‘अटल युवा महाकुंभ’ का शुभारंभ किया।
‘भारत रत्न’ अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म शताब्दी वर्ष पर ‘कदम से कदम मिलाकर चलना होगा’ थीम पर यह आयोजन हुआ।
भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में यहां के डी सिंह बाबू स्टेडियम में आयोजित ‘अटल युवा महाकुंभ’ के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वाजपेयी के व्यक्तित्व और उनके साथ जुड़ी स्मृतियों को साझा किया।
सिंह ने इस समारोह की शुरुआत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ‘युवा कुंभ’ जैसे आयोजन भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहार वाजपेयी के प्रति देश-प्रदेश के अनुराग व प्रेम को व्यक्त करते हैं। यहां के जनप्रतिनिधियों ने अटल जी की स्मृति को जीवंत बनाए रखने के लिए सभी संस्थाओं को एक मंच दिया है। युवा कुंभ उन स्मृतियों को ताजा कर रहा है, जो भारत की सनातन धर्म की परंपरा में कुंभ के आयोजन के साथ जुड़ती है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रक्षा मंत्री और लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह के साथ मंगलवार को केडी सिंह बाबू स्टेडियम में ‘अटल युवा महाकुंभ’ का शुभारंभ किया। ‘भारत रत्न’ अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म शताब्दी वर्ष पर ‘कदम से कदम मिलाकर चलना होगा’ थीम पर यह आयोजन हुआ। सीएम और रक्षा मंत्री ने बच्चों को दुलारा-पुचकारा और चॉकलेट बांटी। निबंध व भाषण प्रतियोगिता के बच्चों को भी पुरस्कृत किया गया।
सीएम योगी ने कहा कि कुंभ भारत की पहचान है। सनातन व आध्यात्मिक ऊर्जा की अनुभूति का समागम है, उस महासमागम का जो दृश्य 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में दिखेगा, उसकी झांकी आज यहां देखने को मिल रही है। सीएम योगी ने अटल बिहारी वाजपेयी की कविता ‘कदम मिलाकर चलना होगा’ सुनाई और कहा कि इस युवा कुंभ ने अटल जी की स्मृतियों को ताजा किया है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जीवन और विचारधारा पूरे देश के लिए प्रेरणास्रोत है। रक्षा मंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “अटल जी का व्यक्तित्व इतना विराट था कि उनकी कार्यशैली और निर्णयों की पूरी दुनिया कायल थी। लखनऊ अटल जी के दिल में बसता था और यहां के लोग उन्हें उतनी ही गहराई से जानते और समझते थे।”
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री के जीवन के अनेक प्रसंगों को याद करते हुए उनकी हाजिर जवाबी और सहजता का जिक्र किया। उन्होंने पाकिस्तान दौरे के दौरान वाजपेयी के चर्चित जवाब को याद करते हुए कहा, “एक महिला पत्रकार ने जब उनसे कहा कि मैं आपसे शादी करना चाहती हूं, बशर्ते आप मुझे मुंह दिखाई में कश्मीर दें, तो अटल जी ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, ‘मैं तैयार हूं, अगर आप दहेज में पूरा पाकिस्तान दें।’’
सिंह ने कहा ”इस जवाब ने उनकी चतुराई और सहजता को पूरी दुनिया के सामने प्रस्तुत किया।”
यहां जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, इस अवसर पर रक्षा मंत्री ने वाजपेयी की महानता का स्मरण करते हुए प्रदेश के विकास में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों की प्रशंसा की।
उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, “आज उत्तर प्रदेश विकास के हर पैमाने पर देश के अन्य राज्यों से आगे खड़ा है। मुख्यमंत्री योगी के कुशल नेतृत्व और अथक प्रयासों ने उप्र को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। यह प्रदेश अटल जी के सपनों का साकार रूप बनता जा रहा है।”
रक्षा मंत्री ने वाजपेयी के साथ अपने व्यक्तिगत अनुभवों को साझा करते हुए कहा, “मुझे उनके साथ एक अभिभावक का स्नेह और मंत्रिमंडल में सहकर्मी के रूप में काम करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उनकी सरकार जब एक वोट से गिरी, तब उनके ऐतिहासिक भाषण ने लोकतंत्र और देशप्रेम की नई परि गढ़ी।”
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, राज्यसभा सांसद डॉ. दिनेश शर्मा, महापौर सुषमा खर्कवाल, विधान परिषद सदस्य डॉ. महेंद्र सिंह, इंजी. अवनीश सिंह, पवन सिंह चौहान, विधायक डॉ. नीरज बोरा, योगेश शुक्ल, अमरेश कुमार, ओपी श्रीवास्तव, जय देवी, पूर्व मंत्री मोहसिन रजा आदि मौजूद रहे।