योगगुरु रामदेव ने एक बार फिर एलोपैथी चिकित्सा पद्धति पर जोरदार हमला किया है। कहा कि समय के बदलाव के साथ ही अब लोग आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को पहले से ज्यादा अपना रहे हैं। बाबा रामदेव ने कहा कि एलोपैथी के दिन अब लदने वाले हैं। एलोपैथी वाले जुगाड़ करते हैं।
गुलामी की विरासत को मिटाना है। उन्होंने कहा कि जिस तरह मल्टीनेशनल कंपनियों को शीर्षासन कराया था वैसे ही एलोपैथी को धरती में गाढ़ने का हमने संकल्प लिया है। एलोपैथी वाले जुगाड़ करते हैं। बीमारी का कुछ नहीं होता है। एलोपैथी दवाइयां खाकर लोग अंदर से बीमार बन रहे हैं। एलोपैथी दवाइयों को शरीर गृहण नहीं करता है।
ये बातें स्वामी रामदेव ने पहली अंतरराष्ट्रीय पशु चिकित्सा एवं आयुर्वेद संगोष्ठी के दौरान मंच से कही। योगगुरु स्वामी रामदेव ने कहा कि एलोपैथी के डॉक्टर अभी से हमारे पाले में आ जाएं। उन्होंने कहा कि एलोपैथी दवाइयां बीमारी को जड़ से खत्म नहीं करती हैं। वहीं आयुर्वेदिक दवाइयां मनुष्य और पशु के लिए सौ फीसदी कारगर है।
आयुर्वेद में मनुष्य की दवाइयां पशुओं को भी ठीक करती हैं। उन्होंने दावा किया कि आयुर्वेद और गौमूत्र से हमने ब्लड कैंसर, ब्रैस्ट कैंसर और अन्य कैंसर के मरीजों को ठीक किया है। हेपेटाइटिस बी, यूरिन इन्फेक्शन और अन्य बीमारी से ग्रस्त लोगों का आयुर्वेद से उपचार किया है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद जितना उपयोगी है। उतनी उपयोगी गाय है।