उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को रोकना बड़ी चुनौती है। अधिकांश दुर्घटनाएं तेज रफतार में वाहन चलाने के कारण होती हैं। ड्राइवर दक्ष या कुशल न हो, तब भी यह दुर्घटना होती हैं। इस बीच, 15 से 31 दिसंबर तक सड़क सुरक्षा पखवाड़ा आयोजित करने के लिए भी उन्होंने दिशा निर्देश दिये। यहां जारी एक सरकारी बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी ने शनिवार को अपने पांच कालिदास मार्ग स्थित सरकारी आवास पर 50 बस, 38 इंटरसेप्टर वाहन और 12 प्रचार वैन को हरी झंडी दिखाई।
उन्होंने 4100 इलेक्ट्रिक वाहन स्वामियों के खाते में अनुदान राशि का ऑनलाइन हस्तांतरण किया और यहां पर परिवहन विभाग और मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के साथ पांच ‘ड्राइविंग ट्रेनिंग एंड टेस्टिंग इंस्टिट्यूट’ के ऑटोमेशन और संचालन के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया। एक अन्य बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में शनिवार को उत्तर प्रदेश राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक संपन्न हुई।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सड़क दुर्घटनाओं और दुर्घटनाओं में असामयिक मृत्यु को न्यूनतम करने के लिए ठोस कदम उठाने पर जोर दिया। योगी के निर्देश पर 15 से 31 दिसंबर तक सड़क सुरक्षा पखवाड़ा आयोजित होगा। उन्होंने जिम्मेदारी तय करते हुए कहा, ‘‘गृह, परिवहन, पीडब्ल्यूडी, प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा, राजमार्ग प्राधिकरण आदि के बेहतर समन्वय के साथ इस पखवाड़े को सफल बनाना होगा।”