समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर राज्य में “परिवारवाद” (वंशवाद) में लिप्त होने का आरोप लगाया है। यादव का बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वतंत्रता दिवस के संबोधन के दौरान भाई-भतीजावाद पर दिए गए बयान की प्रतिक्रिया में था, जिसमें उन्होंने भ्रष्टाचार, वंशवादी राजनीति और तुष्टिकरण को लेकर विपक्ष पर हमला बोला था।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अखिलेश यादव ने संवाददाताओं से कहा कि अगर प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) लाल किले से वंशवाद की राजनीति के बारे में बात कर रहे हैं, तो उन्हें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पर भी नजर डालनी चाहिए, जो राज्य में ‘परिवारवाद’ का उदाहरण बन गए हैं। सैफई,इटावा सपा प्रमुख स्पष्ट रूप से अपने गुरु महंत अवैद्यनाथ के राजनीति से सेवानिवृत्त होने के बाद आदित्यनाथ के राजनीति में आने का जिक्र कर रहे थे।
आपको बता दें कि अवैद्यनाथ, जो गोरक्षपीठाधीश्वर थे, 1969 में अपने गुरु महंत दिग्विजय नाथ की मौत के बाद गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गए और उन्होंने कई बार इसका प्रतिनिधित्व किया। 1998 में राजनीति से संन्यास लेने के बाद, अवैद्यनाथ के शिष्य योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से सांसद चुने गए और 2017 में मुख्यमंत्री बनने तक उन्होंने लगातार इसका प्रतिनिधित्व किया।