उत्तर प्रदेश के रायबरेली से एक युवक को पीटने और जूते चटवाने का एक मामला सामने आया है। दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें देखा गया कि कुछ कार सवार दबंग एक युवक का अपहरण कर उसे जंगल में ले गए। यहां पर उन्होंने युवक की जमकर पिटाई की। इतने से भी उनका मन नहीं भरा तो युवक से अपने जूते चटवाए।
जानकारी के मुताबिक, यह पूरा मामला ऊंचाहार थाना क्षेत्र के सवैया राजे गांव का है। पीड़ित अमन सिंह ने बताया कि 21 अगस्त को वह बाइक से घर आ रहा था। इस दौरान कार सवार दबंगों ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी। इसके बाद दबंग पीड़ित युवक को कार में बैठाकर जंगल ले गए। जहां लात-जूतों से जमकर पिटाई की। उन्होंने युवक को जूता भी चटवाया। इस मामले में पीड़ित ने पुलिस को तहरीर देकर 12 नामजद और 3 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी।
पीड़ित युवक ने बताया, जब वो अपने घर जा रहा था तो थाना ऊंचाहार क्षेत्र में रामचंद्रपुर आरा मशीन के पास जान से मारने की नीयत से PUNCH कार से मुझे पीछे से टक्कर मारी गई। इससे मैं गिर गया। कार के पीछे एक बोलेरो भी थी, जिसमें 4 से 5 लोग बैठे थे। बोलेरो और PUNCH से छोटू सिंह उर्फ अखिलेश सिंह, पिंकू सिंह उर्फ योगेश सिंह, दीपक सोनी, उदित सिंह, विपिन सिंह, सचिन सोनी, मनी सोनी, रूपचंद अग्रहरि, आयुष और तीन अज्ञात लोग नीचे उतरे। इन लोगों ने मुझे जबरन कार में बैठा लिया। मेरी बाइक सड़क के किनारे पड़ी रही। उसने बताया कि ये युवक उसका अपहरण कर उसे 5 किलोमीटर दूर चढ़राई से पिछवाड़ा चौराहे की तरफ ले गए। उन्होंने जमकर पीटा और गालियां भी दी। इसके बाद बोलेरो और कार दोनों सुनसान रास्ते पर ले गए। वहां गाड़ी से उतारकर डंडे और लात-घूसों से मारा-पीटा।
पीड़ित अमन ने बताया कि मारपीट से भी जब उन दबंगों का मन नहीं भरा तो उन्होंने उससे अपने जूते चटवाए। इसके बाद उसे फिर से गाड़ी में बैठाया और कनपटी पर असलहा लगाकर धमकी दी कि अगर किसी को इस घटना के बार में बताया तो उसे जान से मार देंगे। पीड़ित ने कहा कि दबंगों ने इस पूरी घटना का वीडियो भी बना लिया। अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। पीड़ित ने बताया कि जब दबंग मारपीट के बाद फिर से उसे गाड़ी में बैठाकर ले गए तो किसी ने उस समय उसे देख लिया और मां को सूचना दी। इसके बाद मेरी मां ऊंचाहार थाने गई और मुझे बचाने की गुहार लगाई। पुलिस ने अपहरणकर्ताओं को चढ़राई टोल प्लाजा के पास रोक लिया। तब जाकर मेरी जान बच सकी। पुलिस मुझे ऊंचाहार थाने ले आई। वहां मैंने अपने अपहरण की पूरी कहानी सुनाई। वहीं, पुलिस ने इस मामले में सभी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है।