दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर प्रहार किया है। राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर ‘मोदी हटाओ, देश बचाओ’रैली को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने यह भी कहा कि मोदी को नींद नहीं आने की बीमारी है। उन्हें डॉक्टर को दिखाना चाहिए, दवा लेनी चाहिए। केजरीवाल ने कहा कि नींद नहीं आने की वजह से वह चिड़चिड़े रहते हैं और सबको जेल में डाल रहे हैं।
दिल्ली में मोदी के खिलाफ पोस्टर चिपकाने को लेकर कुछ लोगों की गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए पीएम पर हमले किए। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने भी पोस्टर चिपकाने के लिए किसी को गिरफ्तार नहीं किया था। उन्होंने कहा कि मोदी इतने डरे हुए और असुरक्षित हैं कि पोस्टर चिपकाने वाले को भी जेल में डाल रहे हैं। केजरीवाल ने आगे कहा, ‘मुझे एक बीजेपी वाला मिला उसने कहा कि सर मोदी जी 18 घंटे काम करते हैं। उसने कहा तीन घंटे ही सोते हैं। मैंने कहा इतने सोने से तो काम नहीं चलता। उसने कहा कि उन्हें दैवीय शक्ति मिली है। मैंने कहा पगले इसे दैवीय शक्ति नहीं, नींद की बीमारी कहते हैं। पीएम से कहो ठीक से सोया करें। नहीं नहीं आती तो नींद की गोली ले लिया करें। किसी अच्छे डॉक्टर को दिखा लें।’
केजरीवाल ने कहा, ‘अगर प्रधानमंत्री ठीक से सोएंगे नहीं तो सारा दिन चिड़चिड़े रहते हैं। कभी उन्हें हंसते हुए देखा है? सारा दिन चिड़चिड़े रहते हैं। गुस्सा आया रहता है, इसको जेल में डालो उसको जेल में डालो। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि प्रधानमंत्री स्वस्थ रहें। प्रधानमंत्री स्वस्थ रहेंगे तभी देश तरक्की करेगा।’ केजरीवाल ने वॉट्सऐप मैसेज का हवाला देते हुए पीएम मोदी को ‘चोरों का सरदार’ तक कहा। शराब घोटाले में गिरफ्तार मनीष सिसोदिया का बचाव करते हुए केजरीवाल ने कहा कि उनके घर कोई पैसा नहीं मिला। केजरीवाल ने कहा कि मोदी भ्रष्टाचार के खिलाफ नहीं है, बस कहते हैं कि उनकी पार्टी में आकर नेता भ्रष्टाचार करें।
रैली को केजरीवाल के अलावा पंजाब के सीएम भगवंत मान, राज्यसभा सांसद संजय सिंह, दिल्ली के मंत्री गोपाल राय ने भी संबोधित किया। आम आदमी पार्टी ने ‘मोदी हटाओ देश बचाओ’ नाम से देशव्यापी अभियान चलाने की बात कही है। इसे अगले लोकसभा चुनाव तक जारी रखने की घोषणा की गई है। केजरीवाल की इस रैली को 2024 लोकसभा चुनाव के लिए कैंपेन के आगाज के तौर पर देखा जा रहा है। आम आदमी पार्टी केजरीवाल को मोदी के विकल्प के तौर पर पेश करने में जुटी है।