यमन के हुती विद्रोहियों ने रविवार को लाल सागर में एक अमेरिकी पोत को निशाना बनाकर जहाज-रोधी क्रूज मिसाइल दागी, जिसे एक अमेरिकी लड़ाकू विमान ने मार गिराया।
गाजा पट्टी में हमास के साथ इजराइल के युद्ध के बीच हाल में वैश्विक स्तर पर जहाजों की आवाजाही को प्रभावित करने वाले हमले हुए हैं।
लाल सागर में हफ्तों तक जहाजों पर हुतियों के हमलों के बाद अमेरिका और सहयोगी देशों ने शुक्रवार को विद्रोहियों पर हमले शुरू किए, जिसके बाद पहली बार हुती विद्रोहियों ने यह हमला किया है। अमेरिका ने इस हमले की पुष्टि की है।
इजराइल-हमास युद्ध के दौरान हुतियों ने एशिया और पश्चिम एशिया के तेल और मालवाहक जहाजों को स्वेज नहर से यूरोप तक जोड़ने वाले महत्वपूर्ण गलियारे में निशाना बनाया है। ऐसे हमलों से इजराइल-हमास युद्ध के क्षेत्रीय संघर्ष में बदलने का खतरा पैदा हो गया है।
ईरान से संबद्ध शिया विद्रोही समूह हुती ने अभी हमले की जिम्मेदरी नहीं ली है।
अमेरिकी सेना के सेंट्रल कमांड ने एक बयान में कहा कि हुती गोलाबारी में लाल सागर के दक्षिणी इलाकों में सक्रिय आर्ले बर्क श्रेणी के विध्वंसक पोत ‘यूएसएस लाबून’ को निशाना बनाया गया।
अमेरिका ने कहा कि मिसाइल लाल सागर के बंदरगाह शहर होदेइदा के पास से आई जिस पर लंबे समय से हुती विद्रोहियों का कब्जा है।
सेंट्रल कमांड ने कहा, ‘‘यमन के ईरान समर्थित हुती विद्रोही इलाकों से ‘यूएसएस लाबून’ की ओर एक जहाज-रोधी क्रूज मिसाइल दागी गई। घटना में किसी के हताहत होने या नुकसान की सूचना नहीं है।’’
अमेरिकी नेतृत्व वाले हमलों के पहले दिन शुक्रवार को 28 स्थानों पर हमला किया गया था और लड़ाकू विमान, युद्धपोतों और एक पनडुब्बी द्वारा छोड़ी गयी क्रूज मिसाइलों तथा बमों के जरिए 60 से अधिक लक्ष्यों पर निशाना साधा गया। अमेरिकी सेना ने इसके बाद शनिवार को हुती राडार स्थल पर हमला किया था।