यमन की राजधानी सना के एक बाजार पर अमेरिकी हवाई हमलों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 12 हो गई है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि इस हमले में 30 लोग घायल भी हुए हैं। हूती के नियंत्रण वाले अल-मसीरा टीवी के मुताबिक, हवाई हमलों में सना के सबसे व्यस्त इलाकों में से एक शु’उब के पास स्थित फरवाह बाजार को निशाना बनाया गया। वहां अभी भी राहत और बचाव कार्य जारी है। टीमें मलबे के नीचे दबे लोगों और घायलों को तलाश रही हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने हूती मीडिया के हवाले से बताया कि ये हमले रविवार को सना और उसके आस-पास के कई इलाकों पर हुए बड़े अमेरिकी हवाई हमलों का हिस्सा थे।
स्थानीय हूती स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, यह हमला उस घातक अमेरिकी हवाई हमले के कुछ दिन बाद हुआ है, जो गुरुवार देर रात पश्चिमी यमन के रास ईसा ईंधन बंदरगाह पर हुआ था। उस हमले में 80 लोग मारे गए थे, 170 लोग घायल हुए थे और ईंधन स्टोर करने वाली जगहों को भारी नुकसान पहुंचा था, जिससे ईंधन लाल सागर में फैल गया।
हूती समूह और अमेरिकी सेना के बीच तनाव तब से बढ़ गया है, जब 15 मार्च को अमेरिका ने यमन में हूती ठिकानों पर दोबारा हवाई हमले शुरू किए। ये हमले इसलिए किए गए, ताकि हूती लड़ाकों को लाल सागर में इजरायल और अमेरिकी जहाजों पर हमले करने से रोका जा सके।
उत्तरी यमन के ज्यादातर हिस्सों पर नियंत्रण रखने वाले हूती समूह ने कहा है कि उनके हमलों का मकसद अमेरिका का समर्थन पाने वाले इजरायल पर दबाव बनाना है, ताकि वह गाजा पट्टी पर हमला बंद करे और संकटग्रस्त फिलीस्तीनियों के लिए जरूरी सामान पहुंचाने की इजाजत दे।