जम्मू-कश्मीर की सुरम्य वादियों में एक बार फिर आतंक का ज़हर घुल गया है। पहलगाम के बैसरन इलाके में मंगलवार को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इस हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई, जबकि 20 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। लेकिन इस बार आतंकी सिर्फ बंदूकें नहीं लाए थे—वो लाए थे नफरत का खुला ऐलान।

“मोदी को सिर पर चढ़ा रखा है”—आतंकी ने दी धमकी
हमले से बची एक पीड़िता ने टीवी चैनल से बात करते हुए बताया कि आतंकियों ने हमला करने से पहले पर्यटकों से नाम और धर्म पूछा। फिर उन्हें कलमा पढ़ने के लिए मजबूर किया गया। जब लोगों ने जवाब नहीं दिया, तो उन पर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं। एक आतंकी ने कहा, “तुम लोगों ने मोदी को सिर पर चढ़ा रखा है, उसकी वजह से हमारा मजहब खतरे में है।”यह बयान बताता है कि हमला सिर्फ धार्मिक उन्माद का परिणाम नहीं था, बल्कि एक राजनीतिक संदेश देने की नापाक कोशिश भी थी।

पूरी साजिश थी पहले से तय
सूत्रों के मुताबिक हमले को अंजाम देने से पहले आतंकियों ने इलाके की रेकी की थी। उन्होंने पर्यटकों की आवाजाही, सुरक्षा घेराबंदी और कमजोर बिंदुओं की जानकारी जुटाई और फिर एक योजनाबद्ध तरीके से हमला किया। घाटी में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है और पूरे इलाके को सील कर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी का सख्त संदेश
हमले की खबर के बाद सऊदी अरब दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना दौरा बीच में ही रद्द कर भारत लौटने का फैसला किया। उन्होंने एयरपोर्ट पर ही उच्चस्तरीय बैठक की और हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा: “जो लोग इस जघन्य हमले के पीछे हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। पीड़ितों को हर संभव सहायता दी जाएगी।”

2 विदेशी नागरिक भी मारे गए
हमले में मारे गए लोगों में इजराइल और इटली के दो नागरिक भी शामिल हैं। पहलगाम की ऊंचाई पर स्थित बैसरन घाटी से खच्चरों की मदद से घायलों और शवों को नीचे लाया गया। हमले के बाद पूरे देश में गुस्सा है और जम्मू-कश्मीर सहित कई इलाकों में बंद का आह्वान किया गया है।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Verified by MonsterInsights