बीकानेर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शनिवार को नौरंगदेसर मेंं आयोजित सभा भीड़ के लिहाज से देखी जाए, तो काफी सफल मानी जाएगी। इसे लेकर भाजपा के नेताओं की आंखों में चमक भी देखी जा रही है, लेकिन इस सभा के दौरान बहुत कुछ ऐसा भी हुआ, जो लोगों को नागवार गुजरा। सूत्रों की मानें, तो भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व भी इससे खफा ही नजर आया। हालांकि, भीड़ के उत्साह ने सब कुछ भुला दिया और नेता आनंदित दिखे, लेकिन पूरे आयोजन के दौरान अव्यवस्थाओं ने स्थानीय नेताओं के माथे की चिंता बढ़ाए रखी।
दरअसल, इंतजामों से ज्यादा टूटी भीड़ ने व्यवस्था को बिलकुल भंग कर दिया। उस पर तुर्रा यह रहा कि बारिश भी तेज आई। इस दौरान भारी संख्या में भीड़ डोम के अंदर घुसने की कोशिश करने लगी। इस मौके पर बड़े और अतिरिक्त डोम की जरूरत महसूस हुई। स्थानीय नेताओं ने भी इसे महसूस किया और अंततः अव्यवस्थाओं के लिए माफी मांगने में ही भलाई समझी।
सभा में अव्यवस्थाएं हावी रही, जिससे लोग परेशान होते रहे। भीड़ के अनुपात में दूसरे डोम तैयार नहीं हो पाए और बड़ी संख्या में लोगों को धूप-उमस के बीच खुले में बैठना पड़ा। वहीं डोम में भी पंखे नहीं चल पाए। इस बीच बारिश आने से खुले में बैठे लोगों की भीड़ बैरिकेड हटाकर डोम में घुसने लगी तो पुलिसकर्मी रोकने के लिए दौड़े। आला अफसरों को मौके पर पहुंचना पड़ा। इस बीच एक पुलिसकर्मी ने लाठी उठाकर पीछे खदेड़ना चाहा तो लोग और गुस्सा हो गए। इस बीच भाजपा नेताओं काे मंच से बार-बार व्यवस्थाएं बनाए रखने के लिए कहना पड़ा। ऐसे हालात के बीच तीन नेताओं राजेन्द्र राठौड़, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सी.आर. चौधरी, विधायक रामप्रताप कासनिया ने माफी मांगी। हालांकि, उन्होंने इसके पीछे मौसम और उम्मीद से ज्यादा भीड़ आने का तर्क दिया।