जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह को बरेली जेल भेजने पर उनकी पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष एवं जौनपुर लोकसभा से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रत्याशी श्रीकला सिंह ने शनिवार को कहा कि यह धर्म युद्ध है, एक बहू के सिन्दूर को बचाने का समय है। मेरे सिंदूर और मंगलसूत्र पर खतरा मंडरा रहा है। पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष एवं जौनपुर लोकसभा क्षेत्र से बसपा प्रत्याशी श्रीकला सिंह आज जौनपुर में एक होटल में पत्रकारों से वार्ता कर रही थी।
उन्होंने अभय सिंह का नाम लिए बगैर कहा ‘‘ मेरे पति के ऊपर जिन लोगों ने जानलेवा हमला किया था, वो लोग भी बदले घटनाक्रम में आज सत्ता के पाले में हैं और यह सब देखकर मुझे डर है कि ये लोग मेरे पति की हत्या का प्रयास कर सकते हैं, या उनको किसी और फर्जी मुकदमो में फंसाने का कुचक्र कर सकते हैं।” उन्होंने कहा ‘‘ मेरे पति का गुनाह सिर्फ इतना है कि वो निर्भीक हैं, आपकी (जनता ) लड़ाई में उन्होंने कभी समझौते नहीं किये। उन्होने बिना रुके, बिना थके जौनपुर के लोगों की सेवा की है और जब जनता के आवाज को सदन तक पहुंचाने के लिए चुनाव लड़ने का फैसला किया तो उनके ऊपर फर्जी मुकादमे कायम कराये गए। भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई को और रूप दिया गया।”
उन्होंने कहा कि अभी जब उच्च न्यायालय ने बहस के बाद अपना फैसला सुरक्षित रखा था तो भी ये लोग बौखलाहट में उनकी जेल बदल दी। इन लोगो के अंदर उच्च न्यायालय के फैसले का भी इंतजार करने का या उसका सम्मान करने का साहस नहीं। उन्होंने उच्च न्यायालय द्वारा पूर्व सांसद धनंजय सिंह की जमानत प्रार्थना पत्र को स्वीकार किए जाने का स्वागत करते हुए कहा कि मुझे और मेरे पति को न्यायालय पर पूरा भरोसा है।
अंत मे उन्होंने कहा कि आज वक्त है कि हम सब साथ मिलकर वोट के सौदागरों को जवाब दें, पैसे और ताकत से लड़ाइयां नहीं जीतीं जाती उसके लिए लोगों का साथ और आशीर्वाद की जरुरत होती है। जो आज मेरे साथ है, आपके बेटे धनंजय सिंह के साथ हैं।