उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव में मुसलमानों ने भारतीय जनता पार्टी को जमकर वोट दिया है। 13 मई को आए नतीजे बता रहे है कि भाजपा अब मुसलमानों के बीच धीरे-धीरे अपनी पैठ बढ़ाने में कामयाब हुई है। दरअसल इस बार भाजपा के टिकट पर वार्ड मेंबर, पार्षद से लेकर नगर पंचायत अध्यक्ष तक की कुर्सी पर भाजपा के मुस्लिम प्रत्याशियों ने जीत दर्ज किया है।
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कुंवर बासित अली ने चुनाव परिणाम आने के बाद मीडिया से बात किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि भाजपा ने 2017 में 100 मुसलमानों को अपना प्रत्याशी बनाया था। वहीं, इस बार पार्टी ने 395 मुसलमानों को टिकट दिया और अल्पसंख्यक समाज ने भी मोदी और योगी पर भरोसा जताया है।

भाजपा के टिकट पर जिन मुस्लिम प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है। उनमें हरदोई नगर पंचायत अध्यक्ष पर वली मोहम्मद, सहारनपुर की चिल्लकाना नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर फूल बानो, संभल की सिरसी नगर पंचायत में अध्यक्ष कौसर अब्बास, बरेली की धौरा टांडा नगर पंचायत में अध्यक्ष पद पर नदीमुल हसन और मुरादाबाद की भोजपुर नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर फर्खन्दा जबी ने पार्टी का परचम लहराया हैं।

गोरखपुर में मुसलमानों ने भी इस बार नगर निगम चुनाव में भाजपा को जमकर वोट दिया है। इस बार CM सिटी से भाजपा की पार्षद प्रत्याशी हकीकुन निशा ने चुनाव जीता है। अमेठी से वार्ड पार्षद के लिए भाजपा उम्मीदवार जैबा खातून ने भी जीत दर्ज की। नगर पंचायत सिवालखास के वार्ड 3 से भाजपा प्रत्याशी रुखसाना, वार्ड 5 से भाजपा मुस्लिम प्रत्याशी शहजाद के सिर जीत का सेहरा सजा।
अगर हम निकाय चुनाव में भाजपा की जीती सीटों को एक नजर देखें तो पता चलेगा कि पार्टी ने इस बार के चुनाव को और बड़ा किया है। 2017 में नगर पालिका परिषद अध्यक्ष के लिए 198 पदों पर चुनाव हुआ था। इसमें से भाजपा ने 70, समाजवादी पार्टी ने 45, बहुजन समाज पार्टी ने 29, कांग्रेस ने नौ, निर्दलीय 43 और अन्य दो सीटों पर विजयी रहे थे।
वहीं 2023 में 199 अध्यक्ष पदों पर चुनाव हुआ। इसमें भाजपा ने 87, सपा ने 35, बसपा ने 15, कांग्रेस ने चार, अन्य 14 और निर्दलीय 41 सीटों पर जीतने में कामयाब रहे हैं।

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