ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कांग्रेस पर मुसलमानों के तुष्टिकरण के आरोपों पर कहा कि प्रधानमंत्री के बयान में कोई सच्चाई नहीं है। हकीकत यह है कि कांग्रेस ने मुसलमानों के उत्थान के लिए कुछ नहीं किया। मुसलमानों की दुर्दशा के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है। तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के शासन काल में सच्चर कमेटी के नाम से एक आयोग बनाया गया। जिसके माध्यम से देश के मुसलमानों की आर्थिक, शैक्षिक आदि स्थिति का आकलन किया गया। इसकी रिपोर्ट तत्कालीन सरकार को दी गई,लेकिन मनमोहन सिंह ने अपने 10 साल के कार्यकाल में सच्चर कमेटी की सिफारिशों पर काम करने की जहमत नहीं उठाई। जबकि रिपोर्ट में बताया गया है कि मुसलमानों की स्थिति दलितों से ज्यादा बुरी है।
उन्होंने कहा कि देश में सबसे ज्यादा शासन करने वाली कांग्रेस पार्टी ने हमेशा चुनाव के मौके पर मुसलमानों के मुद्दों पर लीपापोती की है। मौजूदा समय में सरकारी नौकरियों में मुसलमान सिर्फ 1.75 प्रतिशत हैं। मौलाना ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस के संबंध में राजस्थान के बांसवाड़ा में यह कहा था कि कांग्रेस मुसलमानों को जमीन जायदाद बांटने का काम करती थी। प्रधानमंत्री के इस बयान में कोई हकीकत और सच्चाई नहीं है। हकीकत ये है कि कांग्रेस ने मुसलमानों के उत्थान और जनकल्याण के लिए तो कुछ नहीं किया, मगर देश के मुसलमानों को एक आईना जरूर दिखाया। कांग्रेसी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने शासन काल में मुसलमानों को आईना दिखाने के लिए ‘सच्चर’ कमेटी के नाम से कमीशन बनाया था, जिसके माध्यम से पूरे देश में मुसलमानों के आर्थिक, शिक्षित और पिछड़ेपन के संबंध में एक रिपोर्ट तैयार कराई गई।