दिल्ली-देहरादून वंदे भारत एक्सप्रेस पर मुजफ्फरनगर स्टेशन के पास पथराव किया गया है। पथराव दिल्ली—देहरादून वंदे भारत एक्सप्रेस के E1 कोच पर किया गया है। हालांकि पथराव में वंदे भारत एक्सप्रेस यात्रियों को कोई चोट नहीं आई है। गनीमत रही कि पथराव में कोई घायल नहीं हुआ।
दिल्ली के आनंद विहार से देहरादून जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर आए दिन पथराव की घटनाएं हो रही हैं। पिछले एक सप्ताह में वंदे भारत एक्सप्रेस पर असामाजिक तत्वों ने दूसरी बार पथराव किया है। इससे पहले सहारनपुर के टपरी रेलवे स्टेशन के पास वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव किया गया था। पथराव से वंदे भारत एक्सप्रेस के शीशे टूट गए थे।
कल रविवार को मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन के पास वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर असामाजिक तत्वों ने पथराव किया। वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव की घटना में किसी यात्री को चोट नहीं आई है। वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव की सूचना यात्रियों ने ट्रेन अटैंडेट को दी। इसके बाद पथराव की जानकारी रेलवे ने आरपीएफ को दी है। वंदे भारत एक्सप्रेस में इससे पहले 12 जून को पथराव हुआ था।
रेलवे के अनुसार, दिल्ली-देहरादून मार्ग पर मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन के पास दिल्ली देहरादून वंदे भारत एक्सप्रेस के E1 कोच पर पत्थर फेंकने की घटना हुई है। दिल्ली रेल मंडल के डीआरएम ने आरपीएफ को दोषियों को पकड़ने के लिए अतिरिक्त गश्त करने और पकड़ने के लिए लगाया है।
बता दें कि उत्तराखंड की राजधानी देहरादून रेलवे स्टेशन से आनंद विहार रेलवे स्टेशन तक जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस का शुभारंभ 29 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल रूप से किया था।
इसके बाद से वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन जारी है। बीते सोमवार (12 जून) देर शाम को आनंद विहार से वंदे भारत एक्सप्रेस देहरादून जा रही थी। वंदे भारत एक्सप्रेस के सहारनपुर पहुंचने से पहले असामाजिक तत्वों ने टपरी-सहारनपुर के बीच पथराव कर दिया था। वंदे भारत पर पथराव से यात्रियों में दहशत फैल गई थी। घटना के बाद ट्रेन कुछ देर के लिए खड़ी हो गई थी।
बताया गया था कि ट्रेन के चेयर कार कोच के शीशें क्षतिग्रस्त हुए थे। रेलवे अधिकारी और रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। ट्रेन को कड़ी सुरक्षा के बीच सहारनपुर तक लाया गया। यहां से ट्रेन देहरादून के लिए रवाना की गई थी। रविवार को भी मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन के पास वंदे भारत एक्सप्रेस में पथराव के बाद ट्रेन कुछ देर के लिए रोक ली गई थी। उसके बाद उसे गंत्व्य की ओर रवाना किया गया।