बीते दिनों भाजपा गठबंधन का हिस्सा बने सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर की महत्ता बढ़ने वाली है। उप्र. सरकार में मंत्री पद मिलने के साथ उन्हें बिहार में होने वाली भाजपा की रैलियों का भी हिस्सा बनाया जाना है। इन रैलियों में राजभर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह के साथ मंच मिलेगा। दरअसल, उत्तर प्रदेश – में मंत्रिमंडल विस्तार शीघ्र हो जाने के संकेत मिल रहे हैं। मकर संक्रांति के बाद यहां मंत्रिमंडल का संक्षिप्त विस्तार हो सकता है। दो से तीन मंत्री विस्तार का हिस्सा रहेंगे जिसमें ओपी राजभर और सपा छोड़ भाजपा में आए दारा सिंह चौहान के नाम आगे हैं।
बीती रात दोनों नेताओं की दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद ऐसी संभावनाओं को बल मिला है। शुक्रवार को अमित शाह लखनऊ पहुंचकर इनके उप्र. सरकार का हिस्सा बनने का रास्ता भी प्रशस्त करेंगे। हकीकत तो यह है कि, उप्र. की सभी 80 सीट को हासिल करने का लक्ष्य लेकर चल रही भाजपा यहां अपने गठबंधन के साथी दलों के साथ सीटों पर भी मंथन कर रही है। चूंकि काफी कुछ पार्टी हाईकमान से तय होना है, नतीजतन काफी दिनों से गठबंधन के सहयोगी दलों के प्रमुख दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। इस दौरान अनुप्रिया पटेल, संजय निषाद और ओम प्रकाश राजभर की तस्वीरें भी सामने आई हैं। हालांकि इन सभी नेताओं ने दिल्ली का रूख करने से पहले योगी दरबार में भी हाजिरी लगायी है। बहरहाल, अमित शाह से मुलाकात के बाद ओपी राजभर की ‘बॉडी लैंग्वेज’ से उनकी बहुप्रतिक्षित मंशा भी पूरी होने के संकेत मिले।
मुलाकात कर निकले राजभर ने खुद दावा किया कि 14 जनवरी के बाद मंत्रिमंडल विस्तार होगा। ऐसे में संज्ञान इस बात का भी लिया जाना चाहिए कि वे इससे पूर्व भी विस्तार की कई समयावधि बता चुके हैं। राजभर के मुताबिक, शाह से मुलाकात के दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश और बिहार के वर्तमान राजनीतिक हालातों, लोकसभा चुनाव की तैयारियों सहित भर, राजभर जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल किए जाने और बंजारा जाति की समस्याओं पर चर्चा की है।