उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद माफिया से राजनेता बने मुख्तार अंसारी के लिए आज का दिन यानी 12 मार्च काफी अहम है. बता दें कि माफिया मुख्तार के खिलाफ दर्ज फर्जी शस्त्र लाइसेंस मामले में आज फैसला आने की उम्मीद है. बता दें कि इससे पहले कोर्ट ने दोनों पक्षों की बहस सुनने और रूलिंग से संबंधित सभी प्रक्रिया पूरी होने के बाद फैसले के लिए 12 मार्च की तिथि नियत की थी.
मिली जानकारी के अनुसार, मुख्तार अंसारी ने 10 जून, 1987 को दोनाली बन्दूक का लाइसेंस लेने के लिए डीएम ऑफिस में आवेदन किया था. बता दें कि इसके बाद गाजीपुर के तत्कालीन डीएम और एसपी के फर्जी साइन के बाद इस लाइसेंस को प्राप्त कर लिया गया था. आपको बता दें कि फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद मुहम्मदाबाद थाने में मुख्तार अंसारी, तत्कालीन डिप्टी कलेक्टर समेत पांच नामजद और अन्य अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था.