देशभर में महिलाओं के साथ हो रही दुष्कर्म, हत्या और आत्महत्या जैसी घटनाएं हर दिन सामने आती है। बीते दिनों पश्चिम बंगाल के कोलकाता में हुई डॉक्टर के साथ रेप और फिर हत्या की घटना पर सियासी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। इन घटनाओं के बीच अब उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और उत्तराखंड में भी दुष्कर्म की घटनाएं हुई हैं। बरेली में मंगलवार को दुष्कर्म पीड़िता ने आत्महत्या कर अपनी जान दे दी। इसी बीच बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने बृहस्पतिवार को राजनीतिक दलों से अनुरोध किया कि वे महिलाओं के साथ अपराध के खिलाफ दलगत राजनीति से ऊपर उठकर कड़े कदम उठाएं।
मायावती ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर लिखा, “देश में कभी बंगाल, कभी महाराष्ट्र के बदलापुर, कभी बिहार तो कभी उत्तर प्रदेश के कन्नौज, आगरा एवं फर्रुखाबाद जिले में मासूम नाबालिग बच्चियों और महिलाओं के साथ खासकर दुष्कर्म, हत्या और आत्महत्या जैसी हो रही घटनाएं अति दुःखद एवं चिंताजनक हैं।”
इसी के आगे मायावती ने यह भी कहा कि, “केंद्र व सभी राज्य सरकारें इस मामले में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सख्त कदम उठाएं ताकि ऐसी घटनाएं बंद हो, ना कि इसकी आड़ में राजनीति की जाए। यही समय की मांग है तथा यही महिलाओं के हित में भी है।”
उत्तर प्रदेश के बरेली में कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार से क्षुब्ध किशोरी ने आत्मदाह कर अपनी जान दे दी। दरअसल, 26 अगस्त को एक किसान की नाबालिग बेटी को दो दरिंदे गन्ने के खेत में ले गए और उसे अपनी दरिंदगी का शिकार बना लिया। आरोपी पक्ष की दबंगई से डरा परिवार इस मामले की शिकायत पुलिस में नहीं कर सका। इसके अगले दिन ही दुष्कर्म से पीड़ित किशोरी ने आत्महत्या कर अपनी जान दे दी। जिसके बाद पिता ने इस मामले की शिकायत पुलिस में की।