पिछले साल एक विवाद के बाद 30 वर्षीय हनुमा विहारी ने आंध्रा की टीम को छोड़ने के फ़ैसले को वापस लेते हुए अब आंध्र प्रदेश के लिए खेलने का फैसला लिया है।
राज्य के नए सत्तारूढ़ दल तेलगु देशम पार्टी (तेदेपा) के द्वारा उन्हें पूरा समर्थन मिलने के बाद उन्होंने अपना यह फ़ैसला बदल लिया है।
बता दें कि इस साल की शुरुआत में ही भारतीय टेस्ट बल्लेबाज़ हनुमा विहारी ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि वह “फिर कभी भी आंध्रा के लिए नहीं खेलेंगे।”
हालांकि एक मंत्री के साथ हुई बैठक के बाद हनुमा विहारी ने अपने इस फ़ैसले को बदलने का निर्णय लिया है।
इससे पहले इस महीने आंध्रा क्रिकेट संघ (ACA) द्वारा हनुमा विहारी को लंबे समय से लंबित अनापत्ति प्रमाण पत्र प्रदान कर दिया गया था। यह पूरा घटनाक्रम 2023-24 रणजी ट्रॉफ़ी अभियान के बाद हुए एक लंबे सार्वजनिक विवाद के बाद हुआ था।
क्या था विवाद
उस समय विहारी ने कहा था कि संघ के कुछ गुटों द्वारा किए गए व्यवहार से उन्हें “अपमानित और परेशान” किया गया था। उन्होंने उस दौरान यह भी कहा था कि “राजनीतिक हस्तक्षेप” के कारण उन्हें सीज़न की शुरुआत में कप्तानी छोड़नी पड़ी थी।
हालांकि सोमवार को विहारी ने अपने इस कदम की पुष्टि करने से पहले टीडीपी के पदाधिकारियों के साथ बैठक की।
विहारी ने कहा, “मैं आज मंत्री नारा लोकेश गारू (TDP महासचिव) से मिलकर बहुत खु़श हूं। उन्होंने मुझे आंध्रा क्रिकेट संघ में वापसी करने पर पूरा समर्थन मिलने का आश्वासन दिया है। उनसे मिलकर मैं बहुत खु़श हूं और उनसे मिलने के बाद मुझे पूरा भरोसा मिल गया है। मैं आंध्रा क्रिकेट संघ के लिए उनकी आकांक्षाओं को समझता हूं।”
“आंध्र क्रिकेट में वापस आना मेरे लिए एक अच्छा एहसास है। पिछले कुछ वर्षों में मुझे बहुत अपमान सहना पड़ा। मैंने अपना आत्मसम्मान खो दिया था। मैं आंध्रा क्रिकेट संघ छोड़कर दूसरे राज्य जाना चाहता था, लेकिन अब मुझे आश्वासन मिल गया है। इसलिए मैं वापस आने और लंबे समय तक आंध्रा की सेवा करने के लिए उत्सुक हूं।”
हनुमा के फैसले से मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ गुस्से में
हनुमा विहारी के इस यू-टर्न से मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) गुस्से में आ गया है। संघ के अंदरूनी सूत्र इस घटनाक्रम के बारे में उन्हें अंधेरे में रखने से नाख़ुश हैं। हनुमा पिछले साल भी मध्य प्रदेश के लिए खेलने के लिए बातचीत कर रहे थे।
सूत्रों से पता चला कि विहारी का MPCA के साथ एक पेशेवर खिलाड़ी के रूप में अनुबंध बस एक औपचारिकता की तरह थी, क्योंकि हनुमा ने मध्य प्रदेश की टीम में शामिल होने के लिए इस कदम को लेकर MPCA के क्रिकेट निदेशक चंद्रकांत पंडित के साथ बातचीत कर ली थी।
हनुमा ने कोच बनने की ओर बढ़ाया कदम
इस बीच हनुमा विहारी ने भविष्य में एक संभावित कोचिंग कैरियर की ओर भी अपना पहला कदम बढ़ा दिया है। तमिलनाडु प्रीमियर लीग की टीम में वह मदुरै पैंथर्स के साथ मेंटॉर के रूप में शामिल हो गए हैं।
बता दें कि हनुमा विहारी ने जुलाई 2022 में अपना हालिया टेस्ट खेला था। 16 टेस्ट मैच खेल चुके विहारी ने भारत के लिए 33.56 की औसत से 839 रन बनाए हैं। उन्होंने एकमात्र शतक 2019 में वेस्टइंडीज के खिलाफ बनाया था।
2010-11 में हैदराबाद के साथ अपने करियर की शुरुआत करने के बाद वे 2015-16 में आंध्रा की टीम आ गए थे और इसके बाद वह 2021-22 सीज़न से पहले हैदराबाद की टीम में आए थे लेकिन फिर वह वापस आंध्रा चले गए हैं।