मणिपुर में हुई हिंसा के मामलों की जांच के लिए सीबीआई ने 53 अधिकारियों की टीम का गठन किया है। इसमे तीन अधिकारी डीआईजी रैंक हैं, जबकि 2 महिला अधिकारी शामिल हैं। एसपी रैंक के भी एक अधिकारी को इसमे शामिल किया गया है।

मणिपुर में महिलाओं के साथ अपराध के मामलों की जांच के लिए महिला अधिकारियों को इस टीम में शामिल किया गया है। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि सीबीआई यहां महिला पीड़ितों के 12 मामलों में एफआईआर दर्ज करेगी। साथ ही जांच के दौरान जो भी मामले में मामले सामने आएंगे उनकी जांच करेगी।

जून माह में फॉरेंसिक एक्सपर्ट, सीबीआई अधिकारियों ने मणिपुर में कई इलाकों का दौरा किया था, जहां पर हिंसक घटनाएं हुई थीं। अधिकारी पेंगेई पुीलिस ट्रेनिंग स्कूल, इंफाल स्थित नाओरेमथांग, चूरचांदपुर का दौरा किया था, यहां पर हथियारों की लूट हुई थी।

दरअसल हाल ही में गृहमंत्री अमित शाह ने मणिपुर का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने ऐलान किया था कि सीबीआई यहां के मालों की जांच करेगी। जिसके बाद सीबीआई ने यहां कई मामलों की जांच शुरू कर दी है। इसके अलावा डीआईजी स्तर के अधिकारी की अध्यक्षता में एक एसआईटी का भी गठन किया गया है जोकि हिंसक मामलों की जांच करेगी।

बता दें कि मणिपुर में मई माह में हिंसा की शुरुआत हुई थी। कूकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसा के चलते यहां 165 से अधिक लोगों की जान चली गई है जबकि सैकड़ों लोग इस हिंसा में घायल हुए हैं। मणिपुर हिंसा का मुद्दा संसद के मानसून सत्र में भी उठा था। विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर सरकार पर जमकर हमला बोला था।

खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से मणिपुर हिंसा पर बोलते हुए कहा था कि अब यहां शांति लौट रही है। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वह इसे बनाए रखें। गौर करने वाली बात है कि मणिपुर हिंसा के दौरान महिला को नग्न करके उसे परेड कराने का वीडियो सामने आया था, जिसके बाद देशभर में इसको लेकर गुस्सा फूटा था।

 

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