लोकसभा चुनाव में अकेले 370 और एनडीए सहयोगियों के साथ मिलकर 400 से ज्यादा सीटें कैसे जीती जा सकती है, इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देशभर से दिल्ली में जुटे भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र देंगे।
भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे और अंतिम दिन यानी कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समापन भाषण के साथ इस आयोजन का भी समापन हो जाएगा।
लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने समापन भाषण में हैट्रिक लगाने यानी लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने का जो मंत्र देंगे, उसे लेकर सभी केंद्रीय मंत्री, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी एवं राष्ट्रीय परिषद के सभी सदस्य, पार्टी के राज्यसभा एवं लोकसभा के सभी सांसद, पार्टी के सभी विधायकों एवं विधान परिषद सदस्यों, पूर्व सांसद, लोकसभा कलस्टर प्रभारी,
लोकसभा प्रभारी, लोकसभा संयोजक एवं लोकसभा विस्तारक से लेकर पार्टी के सभी जिला अध्यक्ष एवं जिला प्रभारी, नगर निगमों, नगर पालिकाओं एवं नगर पंचायतों के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष, जिला पंचायत के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष, राज्य स्तरीय बोर्ड एवं निगमों के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष सहित देशभर से जुटे ये 11 हजार 500 के लगभग कार्यकर्ता अपने-अपने क्षेत्र में जाकर भाजपा की जीत सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे।
आज की बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कांग्रेस और इंडी गठबंधन के खिलाफ प्रस्ताव भी पेश कर सकते हैं।
‘ कांग्रेस-इंडी गठबंधन की हताशा की राजनीति’ पर अमित शाह द्वारा पेश किए जाने वाले प्रस्ताव में विपक्षी दलों की नकारात्मक और संकीर्ण राजनीति की आलोचना करते हुए दो बार लगातार चुनाव हारने के बावजूद कांग्रेस के रवैये में बदलाव नहीं आने की बात कहते हुए, कांग्रेस को गरीब विरोधी और अस्थिरता की जननी बताते हुए निशाना साधा जाएगा।
प्रस्ताव में कांग्रेस और उनके गठबंधन में शामिल सभी दलों पर निशाना साधते हुए इंडी गठबंधन पर भी सवाल खड़ा किया जाएगा।
आज की बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का भी अध्यक्षीय भाषण होगा। भाजपा राष्ट्रीय अधिवेशन के समापन के बाद रविवार को ही भारत मंडपम में भाजपा के मुख्यमंत्री परिषद की भी बैठक हो सकती है।
प्रधानमंत्री मोदी और जेपी नड्डा भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करेंगे। दोपहर बाद 3:30 बजे के लगभग होने वाली इस बैठक में भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री शामिल होंगे। इस दौरान मोदी सरकार की उपलब्धियों, राज्य सरकारों के कामकाज एवं जनकल्याणकारी योजनाओं के साथ-साथ लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा होगी।