चंडीगढ़: पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में 31 मई को सुबह 11 बजे पंजाब राजभवन चंडीगढ़ में विस्तार किया जा रहा है, जिसमें करतारपुर से आम आदमी पार्टी के विधायक बलकार सिंह तथा लंबी से विधायक गुरमीत सिंह खुडियां को नए मंत्रियों के रूप में शपथ दिलवाई जा रही है।

निज्जर से नाराज चल रहे थे CM मान 
दूसरी तरफ एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में स्थानीय निकाय मंत्री डा. इंद्रबीर सिंह निज्जर ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री भगवंत मान को भेज दिया। मुख्यमंत्री मान ने निज्जर का इस्तीफा पंजाब के राज्यपाल को भेज दिया। यद्यपि सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि डा. निज्जर ने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दिया है परन्तु इसके पीछे राजनीतिक घटनाक्रम कुछ और ही है। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान डा. निज्जर से कुछ मुद्दों को लेकर काफी नाराज चल रहे थे। सुनने में आया है कि मुख्यमंत्री ने ही डा. निज्जर को त्याग पत्र देने के लिए कहा था जिसके बाद उन्होंने अपने त्यागपत्र मुख्यमंत्री को भेज दिया। डा. निज्जर मुख्यमंत्री भगवंत मान की नीतियों के उलट चल रहे थे जो मुख्यमंत्री को पसंद नहीं था। यह भी सुनने में आया है कि पंजाब सरकार ने अगले कुछ दिनों में कार्पोरेशन चुनाव भी करवाने हैं और डा. निज्जर तेजतर्रार मंत्री नहीं माने जा रहे थे जिस कारण मुख्यमंत्री ने उन्हें बदलने का मन बना लिया था।

खुडियां ने प्रकाश सिंह बादल को किया था पराजित 
भगवंत मान मंत्रिमंडल में विस्तार के दौरान 2 नए मंत्री बनेंगे। बलकार सिंह तथा गुरमीत सिंह खुडियां दोनों ही पहली बार विधायक निर्वाचित हुए थे। करतारपुर से आम आदमी पार्टी के विधायक बलकार सिंह ने 2022 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के उम्मीदवार चौधरी सुरेन्द्र सिंह को 5000 से अधिक मतों के अंतर से पराजित किया था। इससे पहले बलकार सिंह पंजाब पुलिस में बतौर डी.सी.पी. तैनात थे तथा सेवानिवृत्ति के बाद आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे। पार्टी ने उन्हें करतारपुर से चुनावी मैदान में उतारा था। गुरमीत सिंह खुडियां ने 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में लंबी विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ते हुए पूर्व मुख्यमंत्री व वयोवृद्ध नेता प्रकाश सिंह बादल को पराजित किया था। गुरमीत सिंह खुडियां पूर्व सांसद जगदेव सिंह खुडियां के पुत्र हैं।

60 वर्षीय सौम्य स्वभाव के खुडियां आम आदमी पार्टी में आने से पहले कांग्रेस के सदस्य थे। विधानसभा चुनाव से पहले वह आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए और उन्होंने 11 बार के विधायक व 5 बार के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को उनके ही क्षेत्र में 11,396 मतों के अंतर से पराजित किया था। गुरमीत सिंह खुडियां को 2022 के विधानसभा चुनाव में लंबी क्षेत्र में 66,313 मत अर्थात 48.87 प्रतिशत मत मिले थे जबकि दूसरे स्थान पर रहे प्रकाश सिंह बादल को 54,917 मत मिले थे। इस तरह गुरमीत खुडियां पूर्व मुख्यमंत्री की तुलना में 8 प्रतिशत अधिक मत ले गए थे। चूंकि स्थानीय निकाय मंत्री डा. निज्जर ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है इसलिए अब यह भी कहा जा रहा है कि उनके स्थान पर मुख्यमंत्री किसी तेजतर्रार मंत्री को यह विभाग दे सकते हैं। स्थानीय निकाय विभाग इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी विभाग की देखरेख में कार्पोरेशन चुनाव होने हैं। जालंधर, लुधियाना, अमृतसर, पटियाला, बठिंडा में नगर निगमों की वार्ड बंदी का कार्य भी लंबित पड़ा हुआ है। अब नए बनने वाले स्थानीय निकाय मंत्री को इस कार्य को भी सिरे चढ़ाना होगा।

 

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