भारत में रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बल देने के लिए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) अहम भूमिका निभा रहे हैं। DRDO, जो भारत की प्रमुख रक्षा अनुसंधान एजेंसी है, ने हाल के वर्षों में ‘अग्नि’ और ‘ब्रह्मोस’ जैसी मिसाइलों, ‘अर्जुन’ टैंक, ‘नेत्रा’ एयरबॉर्न अर्ली वार्निंग सिस्टम और एंटी-सैटेलाइट मिसाइल जैसी अत्याधुनिक स्वदेशी रक्षा प्रणालियों का सफल विकास किया है।

वहीं, HAL ने ‘तेजस’ जैसे स्वदेशी लड़ाकू विमान, ‘ध्रुव’ और ‘लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर’ जैसे हेलीकॉप्टर, और ‘HTT-40’ ट्रेनर एयरक्राफ्ट जैसी परियोजनाओं को सफलतापूर्वक तैयार किया है। HAL का योगदान न केवल भारतीय वायुसेना बल्कि नौसेना और थल सेना के लिए भी महत्वपूर्ण रहा है।

DRDO और HAL की इन उपलब्धियों से स्पष्ट है कि भारत रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से बढ़ रहा है। ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियानों के तहत इन संस्थाओं की भूमिका आने वाले वर्षों में और भी महत्वपूर्ण होने वाली है।

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO)

1 मिसाइल प्रणालियां

—अग्नि श्रृंखला (Agni I to Agni V): इंटरमीडिएट और लॉन्ग रेंज बैलिस्टिक मिसाइलें, परमाणु क्षमता से लैस।
—पृथ्वी मिसाइल श्रृंखला: कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें।
—ब्रह्मोस (रूस के साथ संयुक्त विकास): सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल, ज़मीन, समुद्र और हवाई प्लेटफॉर्म से लॉन्च की जा सकती है।
—अस्त्र मिसाइल: हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल।
—नाग मिसाइल: टैंक रोधी गाइडेड मिसाइल (Anti-Tank Guided Missile)।
—QRSAM (Quick Reaction Surface to Air Missile): त्वरित प्रतिक्रिया वाली विमान भेदी मिसाइल।

2 एयरक्राफ्ट और ड्रोन

—तेजस (LCA – Light Combat Aircraft): हल्का लड़ाकू विमान, HAL के साथ DRDO का संयुक्त प्रयास।
—Rustom / TAPAS UAVs: मानवरहित हवाई वाहन (ड्रोन), निगरानी और टोही के लिए।
—Ghatak UCAV (विकासाधीन): स्टील्थ क्षमता से युक्त स्वचालित लड़ाकू ड्रोन।

3 टैंक और बख़्तरबंद वाहन

—अर्जुन टैंक (Arjun MBT): भारत का स्वदेशी मुख्य युद्धक टैंक।
—BMP-2 उन्नयन प्रोजेक्ट: पैदल सेना के लड़ाकू वाहनों को आधुनिक बनाने का कार्य।

4 नौसैनिक प्रणालियां

—VARUNASTRA: टॉरपीडो प्रणाली।
—SMART: सुपरसोनिक मिसाइल से लॉन्च होने वाली टॉरपीडो प्रणाली।
—AIP प्रणाली (Air Independent Propulsion): पनडुब्बियों की क्षमता बढ़ाने के लिए।

5 रडार और सेंसर

—उत्तम AESA रडार: तेजस और अन्य लड़ाकू विमानों के लिए आधुनिक रडार प्रणाली।
—स्वाति वेपन लोकेटिंग रडार: दुश्मन के तोपखाने के स्थान की पहचान करता है।

6 इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर (EW) सिस्टम

Samyukta, Himshakti: मोबाइल इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली जो दुश्मन के संचार और रडार सिस्टम को जाम कर सकती हैं।

7 तकनीकें और हथियार

—बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस (BMD) सिस्टम: भारत की मिसाइल रक्षा प्रणाली।
—एंटी-सैटेलाइट वेपन (ASAT): भारत ने 2019 में “मिशन शक्ति” के तहत सफलतापूर्वक सैटेलाइट को नष्ट किया।

8 लेज़र और Directed Energy Weapons

DRDO उच्च शक्ति लेजर सिस्टम पर भी काम कर रहा है, जो दुश्मन के ड्रोन या मिसाइलों को हवा में ही निष्क्रिय कर सके।

हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL)

1 लड़ाकू विमान (Fighter Aircrafts)

तेजस (LCA – Light Combat Aircraft)—चौथी पीढ़ी का स्वदेशी लड़ाकू विमान।
—DRDO के सहयोग से HAL द्वारा उत्पादन।
—तेजस Mk1A संस्करण को HAL द्वारा अपग्रेड किया जा रहा है, जो AESA रडार, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम, और रिफ्यूलिंग क्षमता से लैस होगा।

तेजस Mk2 (विकासाधीन): मीडियम वजन का लड़ाकू विमान।
—HF-24 मारुत (Marut)
—भारत का पहला स्वदेशी जेट फाइटर, 1960 के दशक में विकसित।AMCA (Advanced Medium Combat Aircraft) (DRDO के साथ मिलकर)
—5वीं पीढ़ी का स्टील्थ फाइटर जेट।
—HAL इसका निर्माण करेगा।

2 हेलीकॉप्टर

ध्रुव (ALH – Advanced Light Helicopter)
—मल्टी-रोल हेलीकॉप्टर (सेना, नौसेना, वायुसेना, और नागरिक उपयोग के लिए)।
—रूद्र (HAL Rudra)
—ध्रुव का हथियारबंद संस्करण।
—मिसाइल, गन, और रॉकेट से लैस।लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (LCH – प्रचंड)
—उच्च ऊंचाई वाले युद्ध के लिए उपयुक्त।
—कारगिल जैसी परिस्थितियों में उपयोग के लिए आदर्श।

LUH (Light Utility Helicopter)
—निगरानी, परिवहन और आपातकालीन उपयोग के लिए।

3 अन्य एयरोस्पेस प्रणालियां

HTT-40 (Basic Trainer Aircraft)
—वायुसेना के पायलटों के प्राथमिक प्रशिक्षण के लिए स्वदेशी विमान।Do-228 (नागरिक और नौसेना निगरानी संस्करण)
—हल्का ट्रांसपोर्ट और समुद्री निगरानी विमान।
—अब इसका पूरी तरह से स्वदेशी संस्करण HAL ने विकसित किया है।

CAT (Combat Air Teaming) System (भविष्य की योजना):
—मानव + मानव रहित विमान संचालन (मदर फाइटर + ड्रोन्स)।HAL की उत्पादन/असेंबली क्षमताएं

—Sukhoi Su-30MKI का भारत में निर्माण (रूस के साथ तकनीकी सहयोग में)।
—Jaguar और Mirage 2000 विमानों का अपग्रेड और मेंटेनेंस।
—विमान इंजनों और एवियोनिक्स का निर्माण एवं परीक्षण।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Verified by MonsterInsights