शामली। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय संचालित हैं। जिसमें एक बनत, दूसरा कांधला के भभीसा और तीसरा कैराना, ऊन में है। इनमें छात्राओं के साथ शिक्षिकाएं एवं महिला स्टाफ भी निवास करती हैं। चारों विद्यालयों में 350 छात्राएं पढ़ती है। हाल के दिनों में कुछ शिकायतें आ रही थी कि जिन शिक्षिकाओं का घर आसपास है वह रात में घर चली जाती हैं। यहां तक कि छात्राएं भी नहीं रुकती है। इसकी हकीकत जानने के लिए विद्यालयों के अधिकारियों द्वारा रात में कई बार औचक निरीक्षण भी किए गए। निरीक्षण में कहीं छात्राएं तो कहीं शिक्षिका नदारद मिली। इसी को लेकर अब हर रोज रात को नौ बजे उपस्थिति दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं बेसिक शिक्षा अधिकारी कुमारी कोमल ने बताया कि कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में शिक्षिकाओं और स्टाफ को फेस रिकग्निशन के जरिए तीन बार हाजिरी दर्ज करानी होगी। पहली, सुबह 9 बजे , दोपहर 2 बजे और रात 9 बजे छात्राओं और शिक्षिकाओं और अन्य स्टाफ की हाजिरी लगानी होगी। जिससे रात में जाने वाली छात्राओं और लोकल की शिक्षिकाओं का घर जाने का पता लगाया जा सके। छात्राओं की पढ़ाई भी प्रभावित नहीं हो बीएसए ने बताया कि छात्राओं, स्कूल स्टाफ की निगरानी के लिए तीन टीमें भी गठित की गई है, जो निरीक्षण कर जायजा लेगी। तीनों टीमों को जिम्मेदारी सौंप दी गई है। लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।