प्रचंड गर्मी और ताप लहरी की परवाह किये बगैर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुनावी साल में विकास योजनाओं को तय समय में अमली जामा पहनाने के प्रयास में रात दिन एक कर रहे हैं। गर्मी की तपिश भी योगी के आगे नतमस्तक हो गई लग रही है। राज्य के अधिसंख्य क्षेत्रों में दिन का तापमान 40-43 डिग्री के बीच में है मगर गर्मी की परवाह किए बगैर योगी पिछले करीब दस दिनो से पूर्वांचल मेंं विकास परियोजनाओं की हकीकत जानने निकले हैं। इस क्रम में वह अयोध्या, प्रतापगढ़, देवरिया, वाराणसी, अयोध्या और सोनभद्र का दौरा कर चुके हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है-
“उनकी सरकार सिर्फ और सिर्फ पात्रता को विकास का पैमाना मानती है। बिना भेदभाव सबका साथ और सबका विकास ही हमारी प्राथमिकता है। इसका प्रमाण है कि इस भीषण गर्मी में भी योगी आदित्यनाथ ने प्रतापगढ़ में 2200 करोड़ व देवरिया में 6215 करोड़ की लागत वाली पांच बड़ी सड़कों का शिलान्यास किया। अयोध्या में उन्होंने लगभग दो हजार करोड़ और सोनभद्र में 414 करोड़ रुपये की 217 विकास परियोजनाओं की सौगात दी। इसके अलावा योगी आदित्यनाथ ने नर्सों व उद्यमी मित्रों को नियुक्ति पत्र भी वितरित किया।”
सीएम योगी आदित्यनाथ गोरक्षपीठाधीश्वर भी हैं। उनका मानना है कि उनकी ऊर्जा ईश्वर के आशीर्वाद का प्रतीक है। वे कहीं भी जाते हैं तो सबसे पहले ईश्वर का आशीर्वाद लेते हैं। योगी आदित्यनाथ बीते पांच दिन में दो बार काशी पहुंचे। दोनों बार उन्होंने काशी विश्वनाथ दरबार और काशी के कोतवाल काल भैरव के दरबार में शीश झुकाया तो वहीं अयोध्या दौरे पर भी उन्होंने रामलला की आरती की और हनुमानगढ़ी के चरणों में शीश झुकाकर सुखी व स्वस्थ प्रदेश की कामना की। पिछली 14 जून को लखनऊ में दो बड़े कार्यक्रम के बाद योगी आदित्यनाथ शाम को रामनगरी पहुंच गए। यहां उन्होंने विकास कार्यों को लेकर समीक्षा बैठक की। यही नहीं, आधी रात में भी सूर्यकुंड, रामपथ आदि जगहों पर जाकर उन्होंने विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया।
बीते गुरुवार को योगी आदित्यनाथ सुबह से दोपहर तक अयोध्या में रहे तो शाम को भोलेनाथ की नगरी काशी पहुंच गए। एक ही दिन अयोध्या और काशी में योगी आदित्यनाथ ने न सिर्फ विकास की चर्चा की, बल्कि रात में भी अपना समय जनहित में देकर कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। युवाओं की असीम ऊर्जा का लाभ यूपी को दिलाने में प्रयत्नशील योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को मेधावियों का सम्मान किया। वे देवरिया दौरे के बाद गोरखपुर पहुंचे तो वहां भी अलसुबह से ही जनता की समस्याओं के समाधान पर लग गए। यहां जनता दर्शन कर सैकड़ों फरियादियों की समस्याओं को सुलझाने के लिए अफसरों की जिम्मेदारी तय की तो वहां अन्नप्राशन भी कराया।