उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सनातन धर्म सत्य और शाश्वत है। लखनऊ में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि भारत की सनातन परंपरा पर उंगली उठाने का प्रयास हो रहा है। विरासत को अपमानित करने का प्रयास हो रहा है। विरासत के प्रति समाज की दृष्टि को कमतर करने का कुश्चित प्रयास हो रहा है। लेकिन ये सब भूल गए जो सनातन नहीं मिटा था रावण के अहंकार, जो सनातन नहीं डिगा था कंस की हुंकार से, जो सनातन नहीं मिटा था बाबर और औरंगजेब के अत्याचार से सनातन नहीं मिटा तो सत्ता के परजीवियों से सनातन क्या मिट पाएगा। आज इनको स्वयं लज्जित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ईश्वर को मिटाने वाला मिट गया। 500 साल पहले सनातन का अपमान हुआ। आज अयोध्या में राम मंदिर बन रहा है। विपक्ष तुच्छ राजनीति करने का प्रयास कर रहा है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विपक्ष भारत की प्रगति में व्यवधान पैदा करने की कोशिश करेगा। उन्होंने कहा कि हर काल में सत्य को झुठलाने का प्रयास हुआ है। क्या रावण ने झुठलाने का प्रयास नहीं किया था? उससे पहले हिरणकश्यप ने ईश्वर की और सनातन धर्म की अवमानना करने का प्रयास नहीं किया था? क्या कंस ने ईश्वरीय सत्ता को चुनौती नहीं दी थी? ईश्वरीय सत्ता को चुनौती देने वाले आज क्या कर रहे हैं, उनकी स्थिति क्या है? सबकुछ मिट गया। कुछ नहीं बचा। जैसे सत्य है, शाश्वत है। वैसे ही सनातन धर्म भी सत्य है,शाश्वत है।
सीएम योगी ने कहा, 500 साल पहले अयोध्या में कभी किसी कालखंड में हमारे सनातन धर्म को अपमानित करने का प्रयास किया होगा। फिर से सनातन खड़ा हुआ, अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ। काशी में काशी विश्वनाथ धाम पूरी दुनिया को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।
बता दें कि पिछले हफ्ते शनिवार को तमिलनाडु में DMK नेता उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान दिया था। उदयनिधि ने कहा था, “सनातन धर्म डेंगू, मलेरिया और कोरोना के समान है। इसको खत्म करना चाहिए।“ उदयनिधि के इस बयान को अभी कुछ दिन हुए हैं। उधर, DMK के वरिष्ठ नेता ए राजा ने सनातन को लेकर फिर विवादित बयान दिया है। ए राजा ने कहा, “सनातन धर्म सामाजिक बीमारी है। यह कुष्ठ रोग और एचआईवी से भी ज्यादा घातक है। जिनके साथ सामाजिक कलंक जुड़ा हुआ है।“