भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली पुलिस की चार्जशीट पर कार्रवाई शुरू हो चुकी है। महिला पहलवानों द्वारा की गई छह शिकायतों में से कम से कम चार में फोटो सबूत और कथित यौन उत्पीड़न के कम से कम तीन मामलों में वीडियो सबूत का हवाला दिया गया है। द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को छह महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न, हमले और पीछा करने के आरोप में बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ 1500 पन्नों का आरोप पत्र दायर किया। इसकी सुनवाई 22 जून को होगी।
चार्जशीट में छह पहलवानों की गवाही, 70-80 गवाहों के बयान और तकनीकी सबूत जैसे फोटो, वीडियो और कॉल डिटेल रिकॉर्ड को शामिल किया गया है। सूत्रों ने कहा कि पुलिस ने शिकायतों की पुष्टि के लिए फोटो और वीडियो साक्ष्य का हवाला दिया है।
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ”हमने चार्जशीट में प्रत्येक शिकायत का अलग से उल्लेख किया है, क्योंकि छह पहलवानों ने अपनी शिकायतों में कई घटनाओं का उल्लेख किया है। प्रत्येक शिकायत के लिए हमने गवाहों, फोटो या वीडियो की पुष्टि करने का हवाला दिया है। छह शिकायतों में से हमने चार में फोटोग्राफिक सबूत संलग्न किए हैं।”
उन्होंने कहा, ”शिकायतों में दर्ज कई घटनाएं डब्ल्यूएफआई कार्यालय, टूर्नामेंट, शिविरों और कार्यक्रमों से हैं। हमें कुछ वीडियो भी मिले हैं जिन्हें हमने आरोपों की पुष्टि के लिए अटैच किया है। अब अपराध और सजा की प्रकृति तय करना अदालत पर निर्भर है। हमने केवल शिकायतों से जुड़े तकनीकी सबूत जुटाए हैं।”
आपको बता दें कि 28 अप्रैल को दर्ज की गई प्राथमिकी में एक पहलवान ने आरोप लगाया कि जब वह मैट पर थी तो बृजभूषण शरण सिंह ने उसकी टी-शर्ट उतारी और सांस लेने या जांचने के बहाने से उसके स्तन पर हाथ रख दिया। एक अन्य पहलवान ने आरोप लगाया कि एक टूर्नामेंट के बाद उन्होंने ने एक टीम फोटोग्राफ के दौरान उसे अनुचित तरीके से छुआ। आपत्ति करने पर जबरन उसे पकड़ लिया।
चार्जशीट में लगभग 22 गवाहों की गवाही का उल्लेख है। उन्होंने छह पहलवानों के आरोपों की पुष्टि की है।