खराब वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) को लेकर महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई सहित 17 प्रमुख शहरों में लोगों से सुबह-शाम की सैर जैसी सामान्य बाहरी गतिविधियों से बचने का आग्रह किया है। शहरी केंद्रों में प्रदूषण के अनियंत्रित स्तर को देखते हुए जारी की गई चेतावनी में लोगों को सैर, दौड़, बाहर शारीरिक व्यायाम, सुबह या देर शाम के दौरान खिड़कियां खोलने जैसी गतिविधियों के प्रति आगाह किया गया है।
यदि लोग प्रदूषण से संबंधित समस्याओं जैसे सांस फूलना, खांसी, सीने में दर्द या बेचैनी, चक्कर आना, आंखों में जलन आदि से पीड़ित हैं, तो अपने चिकित्सक से परामर्श लें। सरकार ने एन95 फेस-मास्क के उपयोग की भी सलाह दी है।
राज्य सरकार ने राज्य के सभी जिलों को अपने क्षेत्रों में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए कार्य योजना तैयार करने का भी निर्देश दिया है।
मुंबई के अलावा राज्य के 16 प्रमुख शहरों में आपातकालीन वार्डों में रिपोर्ट किए गए श्वसन या कोरोनरी स्थितियों के गंभीर मामलों की निगरानी करने और दैनिक एक्यूआई रीडिंग के साथ डेटा को संरेखित करने के लिए नामित निगरानी स्थल होंगे।
वायु प्रदूषण से संबंधित बीमारियों या मौतों पर ये आंकड़े नियमित रूप से रिपोर्ट किए जाएंगे और जिलों के साथ-साथ नगरपालिका अधिकारी स्थानीय प्रभावित आबादी के मुकाबले एक्यूआई स्तरों के आधार पर अपने अधिकार क्षेत्र में हॉटस्पॉट की पहचान करेंगे।
यह राज्य के कई हिस्सों, खासकर मुंबई, ठाणे, पुणे, नागपुर, औरंगाबाद, नासिक और अन्य शहरों में खराब वायु गुणवत्ता के दुष्प्रभावों से निपटने की दिशा में सरकार की पहली बड़ी पहल है।