यूपी के गोंडा जिले के झंझरी विकासखंड में तैनात ग्राम पंचायत अधिकारी नौशाद अहमद का विवादों से पुराना नाता है। अभी हाल ही में इन्होंने जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम मिश्रा और उनके भाई तथा बेटे पर काफी गंभीर आरोप लगाते हुए। ऑडियो वीडियो वायरल किया था। इस मामले में ग्राम पंचायत अधिकारी को जांच के बाद निलंबित किया जा चुका है। फेसबुक पर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के खिलाफ टिप्पणी को लेकर मोतीगंज थाना के गांव काजी देवर के रहने वाले जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि सुशील शुक्ला ने नगर कोतवाली पुलिस को दिए गए शिकायती पत्र में कहा है कि ग्राम पंचायत अधिकारी नौशाद अहमद लंबे समय से शासन और व्यवस्था के खिलाफ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर तरह-तरह की टिप्पणी कर रहे हैं। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री पर अपमानजनक भाषा के साथ भड़काऊ पोस्ट किया जा रहा है। इन्होंने देश में लागू व्यवस्था के सम्बन्ध में सोशल मीडिया पर लिखा कि भारत में लोकतंत्र अब जंगलराज की तरफ जा रहा है। देश में गृहयुद्ध की सम्भावना बताकर आमजनमानस को भड़काने का भी प्रयास किया जा रहा है।
फेसबुक पर लिखी गयी एक पोस्ट में वर्तमान शासन प्रणाली को हटाकर नई पद्धति का अविष्कार करने का सुझाव दिया गया है। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर अपमानजनक टिप्पणी कर मजाक उड़ाया गया है। आरोप है कि इन्होंने मौखिक रुप से यह भी बताया कि उक्त टिप्पणी मैंने मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के लिए की है। कुछ भी हो जाय मेरा कोई कुछ भी नहीं बिगाड़ सकता है।
सरकारी कर्मचारी होने के बावजूद देश में घट रहे विभिन्न समसामयिक विषयों पर अल्पसंख्यकों को भड़काने के लिए आरोपी ने लगातार फेसबुक पर पोस्ट के जरिए लिखा है। जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि ने यह भी कहा है कि धारा-370, तीन तलाक कानून, एनआरसी, मेवात साम्प्रदायिक हिंसा सहित सभी विषयों पर नौशाद अहमद ने भड़काऊ पोस्ट की है। इन्होंने मौखिक आपत्ति पर अधिकांश फेसबुक पोस्ट डिलीट भी कर दी गयी है। जिसमे से शिकायतकर्ता ने कुछ आपत्तिजनक पोस्ट का स्कीनशाँट संरक्षित कर लिया था।
इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक नगर कोतवाली ने बताया कि जिला पंचायत सदस्य की तहरीर पर आरोपी सचिव के खिलाफ विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।