नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन के भीतर उस समय विवाद की स्थिति निर्मित हो गयी जब पूर्व जम्मू-कश्मीर कांग्रेस प्रमुख विकार रसूल वानी ने नेशनल कांफ्रेंस पर लोगों का खून चूसने का आरोप लगाया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष तारिक कर्रा ने बनिहाल में एक कार्यक्रम के दौरान वानी द्वारा इस्तेमाल की गयी अपमानजनक और असंसदीय भाषा की आलोचना की। उन्होंने जोर दिया कि कांग्रेस इस तरह की टिप्पणियों से खुद को पूरी तरह से अलग करती है।
कर्रा ने कहा कि दिवंगत शेख मोहम्मद अब्दुल्ला और फारूक अब्दुल्ला सहित नेशनल कांफ्रेंस के नेतृत्व के प्रति सम्मान व्यक्त करती है। कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस चुनाव में भाजपा के खिलाफ गठबंधन में लड़ने के लिए एकजुट हैं और जम्मू-कश्मीर के लोगों के सम्मान और अधिकारों के लिए काम करना जारी रखेंगे। सभी राजनीतिज्ञों से सार्वजनिक चर्चा में शिष्टाचार बनाए रखने का आग्रह किया और भाजपा की विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ खड़े होने की गठबंधन की प्रतिबद्धता दोहरायी।
आपको बात दें कि रविवार को बनिहाल में एक रैली में तीसरी बार चुनाव लड़ रहे दो बार के विधायक वानी ने नेशनल कांफ्रेंस पर निशाना साधा और उन पर बनिहाल के लोगों का शोषण करने का आरोप लगाया और कहा कि उनकी पार्टी के झंडे में लाल रंग लोगों के खून का प्रतीक है। इतना ही नहीं उन्होंने फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला सहित अन्य नेताओं को क्षेत्र के विकास में उनके योगदान पर बहस करने की चुनौती भी दी।
पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने वानी की टिप्पणी को पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा “उन्हें जो कहना है कहने दें। उनकी पार्टी हमारे साथ है और ईश्वर की इच्छा से उनके बिना भी गठबंधन बरकरार रहेगा।” कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस ने विधानसभा चुनावों के लिए चुनाव पूर्व गठबंधन किया है। इसके अनुसार कांग्रेस 90 सदस्यीय जम्मू-कश्मीर विधानसभा में 32 और नेशनल कांफ्रेंस 51 पर चुनाव लड़ रही है। इसके साथ ही पांच सीटों पर दोस्ताना मुकाबला होगा। बनिहाल उन पांच सीटों में से एक है, जहां नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस दोनों ने उम्मीदवार उतारे हैं।