फर्जी दस्तावेजों से एक युवक सेना में अग्निवीर बन गया। जाट रेजिमेंट यूनिट के अधिकारियों ने उसे कैंट पुलिस के हवाले कर दिया। कैंट पुलिस ने आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
पंजाब के जिला फाजिल्का के सदर थाना क्षेत्र के गांव निओला निवासी मंगल सिंह ने आधार कार्ड समेत अन्य दस्तावेजों में नाम बदल कर फर्जी नाम सुखदेव सिंह रख लिया और इसी से पंजाब में अग्निवीर भर्ती में शामिल हुआ और उसकी नौकरी लग गई। तीन महीने पहले उसे भर्ती के बाद पंजाब से जाट रेजीमेंट सेंटर बरेली में ट्रेनिंग पर भेजा गया। यहां पर वेतन के लिए उसके फिंगरप्रिंट को स्कैन किए गए तो मामला पकड़ में आ गया। आरोपी 27 अक्टूबर 2023 को जाट रेजिमेंट में भर्ती होकर आया था। जाट रेजिमेंट ट्रेनिंग बटालियन में तैनात लेफ्टिनेंट कर्नल युवराज सिंह ने बृहस्पतिवार देर रात कैट थाने में आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई।
आरोपी ने फर्जी आधार कार्ड, इंटर की मार्कशीट, चरित्र प्रमाण पत्र बनवाकर नौकरी हासिल की थी। उसने किसी दूसरे के भी फर्जी दस्तावेज नौकरी में लगाए थे। उसने अग्निवीर भर्ती में सुखदेव सिंह पुत्र रेशम सिंह के दस्तावेज इस्तेमाल किए। आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों पर अपना फोटो लगा लिया।
सेना के कर्नल युवराज सिंह के मुताबिक आरोपी को सेना से बर्खास्त कर दिया गया है। इंस्पेक्टर विश्वजीत प्रताप सिंह ने बताया कि सेना अधिकारियों की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जेल भेज दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।